मोदी वाराणसी को देंगे 1583 करोड़ रूपये के तोहफे

वाराणसी|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 1583 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उपहार देने गुरुवार को यहां आएंगे। पर्यटन, स्वास्थ्य, यातायात एवं अन्य बुनियादी आवश्यकताओं से जुड़ीं इन परियोजनाओं से यहां एक और बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के मद्देनजर तमाम तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किये गये हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में आयोजित एक जनसभा में लोकार्पण एवं शिलान्यास के साथ ही देशवासियों को संबोधित करेंगे। यहां कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए 5000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।वैश्विक कोरोना महामारी शुरु होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी का यह दूसरा दौरा होगा। इससे पहले गत वह गत वर्ष 30 नवंबर को देव दीपावली के अवसर पर आये थे तथा विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया था।उन्होंने बताया कि श्री मोदी पूर्वान्ह करीब 11 बजे बीएचयू में आयोजित आईआईटी मैदान में आयोजित जनसभा में आएंगे, जहां वह अरबों रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। गोदौलिया चौराहे पर पहली मल्टीलेवल पार्किंग, बीएचयू अस्पताल में 100 बिस्तरों का मातृत्व एवं शिशु शाखा, वाराणसी-गाजीपुर सड़क पर तीन लेन का फ्लाईओवर पुल, पर्यटन विकास के लिए गंगा में यातायात के लिए रो-रो सेवा समेत 744 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।इसके अलावा 839 करोड़ रुपये की परियोजनाओं सेंटर फॉर स्कील एंड टेक्निकल स्पोर्ट ऑफ सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रो-केमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी), जल मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की 143 परियोजना, करखियांव में आम एवं सब्जी के लिए इंटीग्रेटेड पैक हाउस शिलान्यास के लिए प्रमुख योजनाओं में शामिल है।उन्होंने बताया कि श्री मोदी अपराह्न करीब सवा 12 बजे सिगरा में नवनिर्मित वाराणसी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ जाएंगे, जहां उद्घाटन के बाद विशिष्टजनों से संवाद करेंगे। नवनिर्मित भवन को भारत-जापान की दोस्ती की मिसाल के तौर पर जाना जाएगा। इसे जापान के सहयोग से 186 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसे जापानी संस्कृति के मुताबिक भव्य तरीके से सजाया गया है। इस अवसर पर जापान के उच्चाधिकारियों के लिए लजीज व्यंजनों की व्यवस्था की गई है।प्रधानमंत्री ने 14 जुलाई 2018 को एक जनसभा में 937 करोड़ रुपये की 33 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के साथ कन्वेंशन सेंटर की नींव रखी थी।उन्होंने बताया कि अपने एक दिवसीय दौरे के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री फिर बीएचयू आएंगे, जहां बीएचयू अस्पताल में 100 बिस्तरों का मातृत्व एवं शिशु शाखा का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वह प्रधानमंत्री बीएचयू में जिले के चुनिंदा स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों लेकर उनसे संवाद करेंगे।पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम किये गये हैं। इसके लिए 21 आईपीएस, 42 एडिशनल एसपी, 65 डिप्टी एसपी, पीएसी एवं केंद्रीय अर्धसैनिक बल की 12-12 कंपनियों के अलावा 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती जगह-जगह की गई है। कार्यक्रम स्थलों को सील कर दिया गया है तथा आसपास आवश्यक बैरिकेडिंग की गई है। प्रधानमंत्री सड़क यात्रा मार्गों पर पड़ने वाली ऊंची इमारतों के ऊपर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया तथा सड़क मार्गों पर यातायात नियंत्रित करने के लिए करीब 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल 600 करोड़ रुपये से अधिक लागत की निर्माणाधीन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कोरिडोर का भी निरीक्षण कर सकते हैं।मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम की स्थलों का निरीक्षण किया था। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मैदान के प्रस्तावित जनसभा एवं अन्य कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण कर मौके पर मौजूद मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को आवश्यक निर्देश दिये थे।उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा के दौरान सुरक्षा एवं कोविड के मद्देनजर तमाम एहतियाती उपायों का सख्ती से पालन करने के लिए जरूरी उपाय करने को कहा था।श्री योगी ने प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण एवं शिलान्यास होने वालों में शामिल यहां की कई विकास परियोजनाओं का गत 5 जुलाई को भी जायजा लिया था तथा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी।