नयी दिल्ली।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि आपदा ने हिमाचल प्रदेश को तबाह कर दिया है और वहां पूरी तरह से पुनर्निर्माण की जरूरत है इसलिए पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए इस त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाना चाहिए।श्रीमती वाड्रा ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा “मैं आपसे अपील करती हूँ कि इस आपदा को 2013 की केदारनाथ त्रासदी की तरह राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये और पीड़ितों तथा राज्य को आर्थिक मदद पहुँचाई जाये ताकि हिमाचल के भाई-बहनों को राहत मिले और राज्य का समुचित ढंग से पुनर्निर्माण किया जा सके।”उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की जनता के साथ कंधा से कंधा मिलाकर त्रासदी से निपटने के लिए लगातार काम कर रही है। वहां लोग एकजुट होकर श्रमदान कर रहे हैं और चंदा जुटाकर राहत कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को राहत देने का प्रयास कर रहे हैं। आपदा से निपटने की लोगों की यह एकजुटता बहुत प्रभावित करती है और उनकी समस्याओं को इससे समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी से पीडित हिमाचल के साथ आज पूरा देश आगे बढ़कर खड़ा हो रहा है और उन्हें उम्मीद है कि हिमाचल की जनता के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए श्री मोदी उनकी मदद के लिए उचित कदम उठाएँगे।श्रीमती वाड्रा ने कहा, “पिछले दिनों मैं शिमला, कुल्लू, मनाली और मंडी में आपदा पीड़ितों से मिली। हर तरफ हुई तबाही देखकर बहुत दुःख हुआ। अब तक इस आपदा में 428 लोगों ने जान गँवाई है। कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने सभी परिजन इस आपदा में खो दिए। मृतकों में छोटे बच्चे भी शामिल हैं, जो अपनी माताओं के साथ सावन के अंतिम सोमवार को सुबह-सुबह शिव मंदिर में पूजा करने गए थे। राज्य में 16,000 से ज्यादा पशु-पक्षी मारे गये हैं जिनमें 10,000 से अधिक पोल्ट्री बर्ड और 6,000 से अधिक गाय, भैंसे तथा अन्य पालतू जानवर हैं। इसमें 13,000 से ज्यादा घर और मकान पूरी तरह या आंशिक रूप क्षतिग्रस्त हुए हैं। शिमला से परवाणू राष्ट्रीय राजमार्ग और कुल्लू-मनाली-लेह राजमार्ग के बड़े-बड़े हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हैं। राज्य की अनेक सड़कें पूर्णतः या अंशतः टूट चुकी हैं। प्रदेश को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है।”उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि इस त्रासदी में जब हिमाचल की जनता मदद की उम्मीद में चारों ओर देख रही है, उसी समय केंद्र सरकार द्वारा विदेशी सेब पर आयात कर घटाने से हिमाचल के सेब किसानों और बागबानों पर दोहरी आर्थिक मार पड़ेगी। श्रीमती वाड्रा ने कहा,“ मेरी समझ में, इस मुश्किल वक्त में किसानों को ऐसी चोट नहीं देनी चाहिए बल्कि केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल के किसानों को किसी भी तरह की आर्थिक मदद मिल पाये तो उन्हें सहूलियत मिलेगी।”
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post