भुलाया नहीं जा सकता अमर शहीदों का योगदान-अनिरुद्ध त्रिपाठी

 ज्ञानपुर,भदोही।वर्ष 1857 की क्रांति के नायक शहीद शीतल पाल की जयंती शनिवार को मनाई गई। ज्ञानपुर नगर स्थित पुरानी कलेक्ट्रेट तिराहे पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया और आजादी के लड़ाई में उनके योगदान पर प्रकाश डाला गया। अमर शहीद स्व0 शीतल पाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाले अमर शहीदों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।माल्यार्पण के पश्चात जिला पंचायत अध्यक्ष सहित जिला पंचायत सदस्य अंजनी कुमार शुक्ला शहीद के पाली गांव स्थित उनके प्रपौत्र रामसहारे पाल के अमर शहीद शीतल पाल विद्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने विद्यालय में मनाई जा रही शीतल पाल जयंती में प्रतिभाग किया।और स्वर्गीय अमर शहीद शीतल पाल के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। वक्ताओं ने उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिले में नील की खेती को लेकर उपजी विद्रोह की चिगारी के दौरान जमींदारों से लेकर साधारण वर्ग के लोगों ने हथियार उठाने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई थी।जिले के चरवाहा समाज से आने वाले शीतल पाल ने भी उस दौर में ऐसे ही साहस का परिचय देते हुए घोड़े से भाग रहे अंग्रेज अफसर विलियम रिचर्ड मूर को लग्गी में फंसाकर जमीन पर गिरा दिया था। जिसके बाद शहीद झूरी सिंह ने उनका सिर कलम कर दिया था। इस मौके पर अंजनी शुक्ल, मनोज यादव राजेंद्र पाल बेचू लाल राजेश राजकुमार गणेश पाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय प्रबंधक रामसिहोरे पाल द्वारा आये हुए अतिथियों को अंगवस्त्रम प्रदान कर लगभग दो दर्जन गरीब दलित महिलाओं को साड़ी वस्त्र आदि का वितरण कर सम्मानित किया।