फतेहपुर। शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्राथमिक विद्यालय अस्ती की शिक्षिका आसिया फारूकी को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था। सम्मान पाकर उन्होने जिले का ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रोशन कर दिया। उनके जनपद आगमन पर लखनऊ बाइपास चैराहे पर खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर जिलेदार सिंह, एआरपी साधना शुक्ला, शिक्षक नवनीत शुक्ल समेत कई शिक्षकों ने माला व पुष्प गुच्छ देकर पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भव्य स्वागत किया।इसके बाद सभी लोग बीएसए कार्यालय पहुंचे। जहां बेसिक शिक्षा अधिकारी पंकज यादव ने शिक्षिका आसिया फारूकी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत एवं सम्मान किया। साथ ही की माँ शाहीना फारूकी को भी शाल पहनाकर बीएसए ने सम्मानित किया। बता दें कि शिक्षिका आसिया फारूकी का राष्ट्रपति पुरस्कार तक का सफर इतना आसान नहीं था। आसिया की नवंबर 2008 में प्रथम नियुक्ति हथगाम ब्लॉक में हुई। उसके बाद 2015 में प्रमोशन के बाद जब आसिया प्राथमिक विद्यालय अस्ती पहुंची तो विद्यालय की स्थिति सारी कहानी बयां कर रही थी। विद्यालय में गिने-चुने 7-8 बच्चे ही आते थे तथा अराजकतत्वों का विद्यालय में कब्जा था। जो आए दिन तोड़फोड़ व शराब पीकर गाली-गलौज करते थे लेकिन शिक्षिका आसिया फारूकी ने हिम्मत न हारते हुए पूरी कर्मठता और ईमानदारी के साथ विद्यालय को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया। जिसका परिणाम यह रहा कि विद्यालय में आज 252 बच्चे नामांकित हैं। विद्यालय का भौतिक एवं शैक्षणिक परिवेश किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं है। उत्कृष्ट कार्यों के लिए आसिया को 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों राज्य शिक्षक पुरस्कार, 2021 में राज्यपाल व वितमंत्री भारत सरकार के हाथों राज्य मिशन शक्ति पुरस्कार एवं विभिन्न प्रकार के सैकड़ों राज्य एवं जनपद स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। वर्षों से एकल शिक्षिका होने के बावजूद शानदार कार्य करके आसिया फारूकी ने सिद्ध कर दिया कि यदि साहस और लगन से कार्य किया जाए तो कोई भी कार्य कठिन नहीं है। शिक्षिका के सम्मान समारोह के दौरान शिक्षिका कंचन वर्मा, साधना शुक्ला, अमित सिंह, हरिओम शर्मा, मो. अलमान समेत काफी संख्या में शिक्षक साथी एवं पत्रकार बंधु मौजूद रहे।
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