इस्लामाबाद । कोरोना नियमों की अनदेखी के चलते पाकिस्तान में तीन सप्ताह में तीन गुना केस बढ़ गए। सरकारी आंकड़ों अनुसार बीते तीन सप्ताह के दौरान ही यहां पर हर दिन आने वाले नए मामलों की संख्या में तीन गुना इजाफा देखा गया है। नेशनल कमांड सेंटर एंड ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक 21 जून को देश में 663 नए मामले सामने आए थे जबकि बीते 24 घंटों में यहां पर 1828 नए मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। हर दिन के साथ यहां पर कोरोना मरीज भी बढ़ रहे हैं। इसके अलावा शनिवार को देशभर में इससे 35 मरीजों की जान भी गई है। देश में अब तक 12 मामले डेल्टा वैरिएंट के भी सामने आ चुके हैं। पाकिस्तान के अखबार डॉन के हवाले से बताया गया है कि इस तेजी की वजह जानकार बिजनेस और टूरिज्म सेक्टर को खोला जाना मान रहे हैं।एनसीओसी का कहना है कि देश में 10 जुलाई तक कोरोना के 36454 सक्रिय मामले थे। हैरानी की बात ये है कि इनमें से 31 हजार सक्रिय मामले केवल तीन सप्ताह के दौरान ही बढ़े हैं। फिलहाल 2305 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं जिनमें से 217 वेंटिलेटर पर हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देशवासियों ने उन्हें मिली आजादी का बेजा फायदा उठाया है और अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभाया है।मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने देशवासियों से अपील की है कि वो कोविड-19 की रोकथाम को बनाए नियमों का कड़ाई से पालन करें। यदि वो ऐसा नहीं करते हैं और सरकार की गाइडलाइंस को नहीं मानते हैं तो सरकार के पास पाबंदियां लगाने के अलावा और दूसरा कोई विकल्प नहीं होगा। उनका ये भी कहना है कि देश महामारी की चौथी लहर से गुजर रहा है। कोविड-19 की रोकथाम को बनाई साइंटिफिक टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर जावेद अकरम वायरस लगातार बदल रहा है। उनका ये भी कहना है कि इस बदलाव के बाद सामने आए वैरिएंट इंसान के लंग्स को सबसे अधिक प्रभावित कर रहे हैं। अकरम ने कहा है कि सरकार ने बिजनेस और दूसरी चीजों को खोलने की इजाजत लोगों की भलाई के लिए ही दी है। लेकिन लोग इसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं। इसका नतीजा है कि देश में मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई है कि लोग काफी संख्या में गिलगिट-बाल्टिस्तान जा रहे हैं और ये वायरस के संक्रमण फैलाने का काम कर रहे हैं।