संक्रमण के प्रसार ,फैलाव के नियंत्रण एवं सुझाव सहयोग के लिए हुई समीक्षा बैठक

देवरिया।ज्वाईंट कमीशनर भारत सरकार नई दिल्ली  डा० विजय कुमार तेवतिया की अध्यक्षता में लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम एवं संक्रमण के प्रसार / फैलाव के नियंत्रण एवं सुझाव सहयोग के लिए विकास भवन के गांधी सभागार में समीक्षा बैठक की गयी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।ज्वाईंट कमीशनर ने अवगत कराया  कि लम्पी स्किन डिजीज एक विषाणुजनित रोग है। इसलिए उपचार के बजाय पशु रोग के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। पशुओं को संतुलित आहार एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली औषधियों के प्रयोग की बात कही। उन्होंने बताया कि शुरूआती 8-10 दिनों तक पशुओं को इंजेक्शन न दिया, केवल ओरल दवाओं के प्रयोग में लायी जाए। टीकाकरण बीमारी के प्रभाव को कम करने हेतु एकमात्र उपाय है। पशु में रोग के लक्षण मिलने पर सर्वप्रथम निकटतम पशु चिकित्साधिकारी को सूचित करें तथा प्रभावित पशु को स्वस्थ पशु से अलग रखें तथा पशु के दूध को उबाल कर पियें। पशुओं को मच्छरों, मक्खियों, किलन आदि से बचाने हेतु पशुओं के शरीर पर कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करें, पशुबाड़े और पशुखलिहान की को फिनायल / सोडियम हापोक्लोराइट इत्यादि का छिड़काव कर उचित कीटाणु रोधन करें। अपने पशु को सामूहिक चराई के लिए न भेजें एवं प्रभावित क्षेत्रों से पशु खरीद कर न लायें। यदि किसी पशु की मृत्यु होती है, तो शव को खुले में न फेंके एवं वैज्ञानिक विधि से दफनायें । समीक्षा बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में  04 सितंबर 2023 तक लम्पी स्किन डिजिज से संक्रमित सम्भावित 139 पशु पाये गये है, एक पशु की मृत्यु हुयी है तथा 91 गोवंश रिकवर हुए है। लम्पी डिजीज की रोकथाम एवं संक्रमण के प्रसार / फैलाव के नियंत्रण हेतु टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें जनपद का लक्ष्य 287843 है। टीकाकरण  10 अगस्त 2023 को प्रारम्भ हुआ है, जिसके अन्तर्गत अभी तक 42000 गोवंशों को टीके लगाये जा चुके है। उक्त कार्य हेतु 44 टीमों का गठन किया गया है तथा जनपद में लम्पी स्किन डिजीज के कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर ली गई है, जिसके प्रभारी डा० यू०के० सिंह, उ०मु०प०चि०अ०, देवरिया सदर, देवरिया मोबाईल नम्बर 9415833790 है। लम्पी स्किन डिजिज के निगरानी हेतु कार्यालय जिलाधिकारी देवरिया के द्वारा 26 अगस्त 2023 को जनपद के समस्त विकास खण्डों हेतु जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, नोडल अधिकारी एवं पशुधन प्रसार अधिकारियों की संयुक्त रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। बीमारी से बचाव हेतु प्रदेश के अन्य जनपदों / मण्डलों एवं अन्य प्रदेश की सीमाओं से लाये जाने वाले गोवंश एवं महिषवंश को प्रतिबन्धित करने हेतु पुलिस अधीक्षक, देवरिया को निर्देशित किया गया है।बैठक में डा० जी०के० सिंह, अपर निदेशक, ग्रेड-2, गोरखपुर मण्डल गोरखपुर, डा० ए०के० वैश्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।