जेरोधा लॉन्‍च करेगा दो म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम, सेबी के पास जमा कराए डॉक्‍यूमेंट

नई दिल्‍ली। देश की सबसे नई म्यूचुअल फंड कंपनी, जेरोधा एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड दो म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम लॉन्‍च करेगी। दोनों ही पेसिव स्‍कीम्स होंगी। जेरोधा कंपनी ने सेबी के पास इन दो स्‍कीमों को शुरू करने के लिए ड्राफ्ट पेपर जमा कराये है। गौरतलब है कि जेरोधा को करीब एक महीने पहले मार्केट रेगुलेटर सेबी ने म्यूचुअल फंड बिजनेस में उतरने की मंजूरी दी थी। जेरोधा ने पहले ही अपने बिजनेस प्लान का ऐलान करते हुए कहा था कि वह अधिकतर पैसिव स्‍कीम्स लॉन्च करेगा। म्‍यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री के जानकारों का कहना है कि कंपनी आगे चलकर इंडेक्स फंड के अलावा एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड भी लॉन्च करेगा। जेरोधा ने म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने के लिए फरवरी, 2020 में आवेदन किया था। जेरोधा और स्मालकेस ने अप्रैल में घोषणा की थी कि जेरोधा एएमसी कारोबार शुरू करने के लिए वे संयुक्त उपक्रम शुरू करेंगे। ड्रॉफ्ट पेपर के मुताबिक जेरोधा एएमसी टैक्ससेवर निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 इंडेक्स और जेरोधा निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 इंडेक्सफंड नाम से दो स्‍कीमें लॉन्‍च करेगी। ये दोनों पैसिव स्कीम होंगी। दोनों स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 इंडेक्स फंड होगा। हालां‎कि इसमें से एक फंड जहां एक सामान्य डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड है, वहीं ईएलएसएस एक टैक्‍स सेविंग स्‍कीम है। जेरोधा एएमसी टैक्ससेवर एक ओपन एंडेड पैसिव इंडेक्स इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग फंड होगा। इसमें किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स कटौती का लाभ मिलेगा। इस फंड का लॉक-इन पीरियड 3 साल का होगा। जो निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 इंडेक्स में शामिल शेयरों के समान अनुपात में निवेश करेगा। पैसिव ओपन-एंडेड स्कीम होने के बाद भी यह एक सामान्य डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड है। इसमें निवेश पर टैक्‍स छूट का लाभ नहीं मिलेगा। लॉक-इन पीरियड ईएलएसएस की तुलना में कम होगा। जेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ, नितिन कामथ ने ट्वीट कर जेरोधा के म्‍यूचुअल फंड कारोबार में उतरने की दो वजहें बताई थीं। पहला, बाजार अवसरों का फायदा उठाना और दूसरा आम निवेशक को समझ आने वाले फंड्स का बाजार में न होना। कामथ का कहना है कि भारतीय बाज़ारों के लिए सबसे बड़ी चुनौती और अवसर है। हमारे पास कुल मिलाकर केवल 6-8 करोड़ यूनिक म्यूचुअल फंड और इक्विटी निवेशक हैं। कंपनी इन अवसरों का फायदा उठाना चाहती है।