नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय प्रारम्भ करने का निर्णय लिया:योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय प्रारम्भ करने का निर्णय लिया। पहले चरण में प्रदेश के 18 मण्डलों में एक-एक विद्यालय की स्थापना की जा रही है। पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी का कहना था कि ‘समृद्धि का मापक ऊपर की सीढ़ी पर बैठे व्यक्ति से नहीं बल्कि सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति की खुशहाली से होता है।’ यह विद्यालय श्रद्धेय अटल जी के प्रति एक विनम्र श्रद्धांजलि और पं0 दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपने को साकार करने की एक अभिनव पहल है।मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आयोजित अटल आवासीय विद्यालयों के ‘गुरुवार्ता संगम’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अटल आवासीय विद्यालय की परिचायिका का विमोचन तथा वेबसाइट को लॉन्च किया। उन्होंने अटल आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को एडमिशन किट वितरित की। इस अवसर पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।मुख्यमंत्री जी ने ‘गुरुवार्ता संगम’ के अवसर पर सभी शिक्षकों तथा नव प्रवेशी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से भारत की शिक्षा की नींव को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। इन विद्यालयों के भौतिक कार्य पूरे हो चुके हैं। इनका पहला सत्र शीघ्र प्रारम्भ होगा, जिसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन के पूर्व जिस टीम को प्रधानमंत्री जी के विजन, श्रद्धेय अटल जी के व्यक्तित्व और पं0 दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार करने के इस अभिनव कार्यक्रम का हिस्सा बनना है, उनसे संवाद का यह कार्यक्रम रखा गया है। यह संवाद इस बात के लिए है कि जो शिक्षक वहां कार्य करेंगे उनका विजन क्या होना चाहिए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को इन अटल आवासीय विद्यालयों में प्रवेश दिया जाएगा। कोरोना कालखण्ड में जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है, ऐसे बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना प्रारम्भ की है। ऐसे बच्चों को भी इन विद्यालयों में प्रवेश में प्राथमिकता दी जाएगी। अटल जी की भावना कि ‘आदमी ना बड़ा होता है, ना छोटा होता है, आदमी सिर्फ आदमी होता है’ के अनुरूप अटल आवासीय विद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया में भी यह भावना देखने को मिली है। श्रमिक राष्ट्र का निर्माता होता है। वह अपनी मेहनत तथा पसीने से राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देता है। एक श्रमिक की जिंदगी खानाबदोश जैसी होती है, वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता रहता है। उसके बच्चे भी साथ में घूमते हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। इसके दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय की पहल की है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले चरण में 18 अटल आवासीय विद्यालयों का शुभारम्भ इस सत्र में करने जा रहे हैं। अगले चरण में इनका विस्तार होगा। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा बचे हुए 57 जनपदों में इसी तर्ज पर एक-एक विद्यालय स्थापित किया जा रहा है। इन विद्यालयों में सामान्य बच्चों को भी प्रवेश दिया जाएगा। अटल आवासीय विद्यालयों के भवन उच्च श्रेणी के बनाए गए हैं। इन विद्यालयों का परिसर 12 से 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इन विद्यालयों में शिक्षा के साथ ही स्किल डेवलपमेंट तथा खेलकूद की गतिविधियों के लिए भी स्थान है। यहां बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास भी हैं। इन भवनों की समुचित देखभाल की जानी चाहिए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय सी0बी0एस0ई0 के पैटर्न पर संचालित होंगे। इनमें लॉजिंग, फूडिंग सहित सभी व्यवस्थाएं होंगी। कक्षा-06 से लेकर 12वीं तक की सम्पूर्ण शिक्षा का दायित्व राज्य सरकार और उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड उठाएगा। यह विद्यालय अच्छे संस्कारों के माध्यम से राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिकों के निर्माण की शुरुआत है।