अटेवा ने सांसद के द्वार पर घन्टी बजा कर की पेंशन बहाली की मांग

सोनभद्र। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एनएमओपीएस व अटेवा पेंशन बचाओ मंच से जुड़े सैकड़ों पेंशन विहीन कर्मचारी जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य के नेतृत्व में सांसद पकौड़ी लाल कौल के कार्यालय पर पहुँचे। जहाँ शिक्षक, कर्मचारियों ने घण्टी बजाओ अभियान के तहत पुरानी पेंशन योजना लागू करने का ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सांसद ने कर्मचारियों की बात सुनी व ज्ञापन लिया। जहां सांसद पकौड़ी लाल कौल ने कहा कि यह एक गम्भीर मुद्दा है इस बात को प्रधानमंत्री के समक्ष अवश्य रखेंगे। लल्लन सिंह ने कहा कि अर्धसैनिक बलों को पुरानी पेंशन न देना कौन सा राष्ट्रवाद है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा संवैधानिक हक़ है और हम इसे लेकर रहेंगे। सुनील राव ने बताया कि 1 अक्टूबर को दिल्ली में पेंशन शंखनाद रैली है जो शिक्षक कर्मचारियों के इतिहास में अब तक की सबसे विशाल रैली होने जा रही है। सुबोध सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन न देकर सरकार कर्मचारियों के साथ छल कर रही है और कर्मचारियों की हर मांग को अनसुना कर रही है।अतः आने वाले चुनाव में सरकार को इसका ख़ामियाजा भुगतना पड़ेगा। सुरेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि आज देश के तमाम राज्यों में पुरानी पेंशन के मुद्दे पर सरकारें चुनी जा रही हैं और आगे के चुनावों में जो भी पक्ष पुरानी पेंशन बहाली की बात करेगा वही प्रदेश व देश में राज करेगा।पेंशन विरोधी सरकारों को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे। रामगोपाल यादव ने कहा कि आज वर्तमान में प्रत्येक चुनाव में पुरानी पेंशन की बहाली के निर्णय पर सत्ता का फैसला हो रहा है आने वाले चुनावों में ये और निर्णायक साबित होगा। अंत में अटेवा जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य ने बताया कि अटेवा कई सालों से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है। आज प्रधानमंत्री को ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि देश के पाँच राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब और हिमाचल में पुरानी पेंशन बहाल हो चुकी है। घन्टी बजाओ कार्यक्रम में सूर्यप्रकाश सिंह,बबिता सिंह, कमलेश सिंह, सर्वेश तिवारी, राधेश्याम पाल, उमा सिंह, शैलेंद्र सिंह,राजकुमार उपाध्याय, रुद्र मिश्रा, गोपाल सिंह कुशवाहा, दिनेश दुबे, प्रेमसिंह पटेल, मनीष, रमाकांत, उमाशंकर, रणविजय, प्रवीण, दद्दन, अमन, मनोज, संजय, गोपाल सिंह कुशवाहा, अरुण तिवारी सहित सैकड़ों शिक्षक, कर्मचारी मौजूद रहे।