बीएचयू में आपात प्रकृति एवं भर्ती मरीजों का अल्ट्रासाउंड उसी दिन किया जाता है

वाराणसी। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के विभागाध्यक्ष रेडियोडाइग्नोसिस व इमेजिंग ने बताया कि विभाग में वर्तमान में एक एमआरआई उपकरण (1.5 टेस्ला) स्थापित है, जिस पर उपलब्ध मानव संसाधनों के अनुसार प्रातः 08 से रात्रि 10 बजे तक निरन्तर कार्य किया जाता है। मरीजों की संख्या में निरन्तर वृद्धि को देखते हुए विगत माह से 24 घण्टे की सेवा का विस्तार किया जा चुका है, तद्नुसार लगभग 60 मरीजों की जांच प्रतिदिन पूर्ण की जाती है।उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग संस्थान एम्स के समानांतरण संस्थान है और प्रायः ऐसे रोगी आते है जिनकी डाइग्नोसिस के लिए कई बार जांच लम्बी खिंच जाती है। साथ ही कई जांचे शोध कार्य से सम्बन्धित होने के कारण भी काफी लम्बी हो जाती है। यह उपकरण गत 13 वर्षो से सेवा में है और अब यह प्रायः तकनीकी समस्या से ग्रस्त रहने लगा है, जिसके कारण भी जांच की तिथि विलम्बित हो जाती है। वर्तमान में एक अतिरिक्त एमआरआई उपकरण ( 3 टेस्ला) के स्थापन का कार्य तीव्र गति से प्रक्रिया में है, जिससे मरीजों को हो रही असुविधा का काफी समाधान हो जायेगा।उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउण्ड जांच हेतु सामान्य मरीज जिसकी संख्या में अधिकता के कारण जांच की प्रतीक्षा अवधि लगभग 20 से 25 दिन होती है एवं आपात प्रकृति के मरीज एवं भर्ती मरीजों का अल्ट्रासाउंड उसी दिन किया जाता है।