युवतियों व महिलाओ को लुभा रही है सिल्क प्रदर्शनी

लखनऊ। उमंग आर्ट एंड कापट्स एक्स्पो द्वारा ‘’फाइबर टू सिल्क फैब ‘’ प्रदर्शनी व सेल,युवतियों व महिलाओ को लुभा रही है लखनऊ के ‘’ मोती महल लॉन 2, हजरतगंज, लखनऊ में यह प्रदर्शनी 28 अगस्त तक चलेगी द्य उमंग आर्ट एंड क्राफ्ट्स एक्स्पो के आयोजक आशीष कुमार गुप्ता ने बताया कि “ संस्थान द्वरा आयोजित ’फाइबर टू सिल्क फैब प्रदर्शनी व सेल में देश भर से आए सिल्क बुनकरों व डिजाईनरो ने अपने अपने प्रदेश संस्कृति काव्य और त्याहारो को सिल्क पर छापा है, लखनऊ में आयोजित फाइबर टू सिल्क फैब का मकसद देशभर के सिल्क उत्पादों का एक ही छत के तले प्रदर्शनी करना है द्य”एक्जीवीशन में गुजरात की पटोला सिल्क , तेलांगना की उपाडा सिल्क तमिलनाडु की कांजीवरम सिल्क , महाराष्ट्र की पैठानी सिल्क, पर गई कलाकारी लोगो को अपनी ओर खीच रही हैद्य इस प्रदर्शनी में पश्चिम बंगाल के काला हस्ती से आए बुनकर ने भगवान श्री कृष्ण के नोका विहार का द्रश्य सिल्क पर पेंट किया किया है द्य इस द्रश्य में भी तमिलनाडु से आए बुनकर 1 ग्राम सोने की जरी से तैयार साड़ी लेकर आऐ है इस ट्रेडिशनल कांजीवरम साड़ी को बनाने में 2 माह का समय लगा है आंध्रा के पोचमपल्ली से आए डिजाईनर ने सिल्क पर ग्रामीणों के जनजीवन को उकोरा है । गांवो के मेले खेतो में जाती बैलगाड़ी के द्रश्य और आदिवासी जनजीवन की झलक सिल्क को खास बना रही है इसी साड़ियो को लधाख के त्रिपुड़ा में भेड़ो के बाल को सूतकर बनाया जाता है ।