जिलाधिकारी ने सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय का किया निरीक्षण

प्रयागराज। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने गुरूवार को सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने ओपीडी रूम, इमरजेंसी वार्ड, पीडियाट्रिक ओपीडी, पीआईसीयू, पोषण पुर्नवास केन्द्र, न्यू बार्न यूनिट, केएमसी रूम सहित प्राइवेट वार्ड आदि का निरीक्षण किए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने इमरजेंसी वार्ड में अतिरिक्त एसी लगवाने एवं केएमसी वार्ड का सुदृढीकरण एवं नवीनीकरण करवाने के लिए प्राचार्य डाॅ0 एस0पी0 सिंह से कहा है। उन्होंने अस्पताल में कार्टून्स, चित्रकारी एवं पेंटिंग बनवाने के लिए भी कहा है, जिससे कि उपचार हेतु आने वाले बच्चों के अंदर सकारात्मकता बनी रहे। उन्होंने सर्वप्रथम ओपीडी का निरीक्षण किया एवं निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों से प्रतिदिन कितनी ओपीडी रहती है, किस प्रकार की बीमारी से ग्रसित बच्चे इलाज के लिए आ रहे है, मलेरिया, वायरल फीवर व गम्भीर बीमारियों से ग्रसित कितने बच्चे है, प्रतिदिन मलेरिया के कितने टेस्ट कराये जा रहे है, डायरिया के कितने केस आ रहे है, की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन के बाद डायरिया की स्थिति के बारे में पूछा, जिसपर उपस्थित चिकित्सकों के द्वारा बताया गया कि इस मिशन के पश्चात डायरिया के केसो में लगभग 80 प्रतिशत की कमी आयी है। ओपीडी रूम के बाहर समीना ने बीमार बच्चे की एमआरआई करवाने के लिए कहा, जिसपर जिलाधिकारी ने डाॅक्टर मुकेश वीर सिंह को कल तक बच्चे की एमआरआई करवाकर सूचना देने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने पीडियाट्रिक सर्जरी, ओपीडी का निरीक्षण करते हुए प्रतिदिन कितनी सर्जरी हो जाती है, की जानकारी प्राप्त की एवं एक अतिरिक्त कक्ष में भी ओपीडी शुरू कराने के निर्देश दिए है, जिससे कि मरीजों को बेहतर एवं शीघ्रता से उपचार मिल सके। जिलाधिकारी ने परिसर में पेड़ों की छटाई भी करवाने के निर्देश दिए हैं।जिलाधिकारी ने अस्पताल में उपस्थित तीमारदारों से बातचीत करते हुए अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसपर लोगो के द्वारा बताया गया कि अस्पताल की व्यवस्थायें अच्छी है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने भर्ती प्रत्येक बच्चे की बीमारी तथा उनके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चिकित्सकों को चिकित्सालय में भर्ती बच्चों का ठीक ढंग से उपचार करने तथा उनकी उचित देखभाल किए जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में दवाओं की उपलब्धता एवं बेडों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि अस्पताल में आने वाले सभी बच्चों का बेहतर से बेहतर उपचार सुनिश्चित हो। भर्ती बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाये। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार किए जाने के लिए भी कहा है। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ0 एस0पी0 सिंह, प्रो0 डा0 मुकेश वीर सिंह सहित अन्य चिकित्सकगण व पैरामेडिकल स्टाॅफ उपस्थित रहे।