देवरिया।मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणाधीन ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं की गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा की गयी, जिसमें अधिशासी अभियन्ता उ०प्र० जल निगम (ग्रामीण) द्वारा अवगत कराया गया कि मे० एल०सी० इन्फ्रा प्रा०लि०द्वारा आंवटित 365 नग परियोजनाओं के सापेक्ष 354 परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया है, जिसके अन्तर्गत पम्प हाऊस 255 नग, शिरोपरि जलाशय 304 नग का कार्य प्रगति पर है एवं 2532.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में बिछाते हुए 138433 नग एफएचटीसी कर दिये गये हैं, मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० द्वारा 217 आंवटित परियोजनाओं के सापेक्ष 204 नग परियोजना का कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसके अन्तर्गत पम्प हाऊस 126 नग, शिरोपरि जलाशय 138 नग का कार्य प्रगति पर है एवं 1407.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में बिछाते हुए 64007 नग एफएचटीसी कर दिये गये हैं, मे0 रित्विक कोया द्वारा आंवटित 160 नग परियोजनाओं के सापेक्ष 157 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है, जिसके अन्तर्गत पम्प हाऊस 39 नग, शिरोपरि जलाशय 127 नग का कार्य प्रगति पर है, 524.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में बिछाते हुए 18701 नग एफएचटीसी कर दिये गये हैं। मे० यूनिवर्सल प्रोजेक्ट लि० द्वारा आंवटित 74 नग परियोजनाओं के सापेक्ष 18 नग परियोजना का कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसके अन्तर्गत पम्प हाऊस 02 नग व पाइप लाइन 34.00 कि०मी० ग्राम पंचायतों में बिछाते हुए 1090 नग एफएचटीसी कर दिये गये हैं। आंवटित कुल 74 नग परियोजनाओं का एसएलएसएससी पूर्ण कराते हुए 65 नग परियोजनाओं का ट्राई पार्टी एग्रीमेन्ट पूर्ण करा लिया गया है। कवर एग्रीमेन्ट कराना शेष है।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा फर्मों को निर्देशित किया गया है कि समस्त एसएलएसएससी से स्वीकृत डीपीआर का शत प्रतिशत कवर एग्रीमेंट कराना एवं जितनी योजनाओं के कवर एग्रीमेंट पूर्ण हो चुके हैं उन समस्त योजनाओं पर समयान्तर्गत कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। बैठक में उपस्थित चारों फर्मों के प्रतिनिधियों को कार्य स्थलों पर भूमि विवाद व अन्य कारणों से कार्य प्रारम्भ न होने के कारण कार्य स्थल पर विवाद निपटाने हेतु सम्बन्धित उप जिलाधिकारी व मुख्य राजस्व अधिकारी देवरिया से सम्पर्क स्थापित कर भूमि विवाद का निस्तारण कराते हुए उक्त स्थलों पर शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ कराना सुनिश्चित करें एवं उपरोक्तानुसार दर्शायी गयी प्रगति के सापेक्ष वास्तविक स्थलीय कार्यों की प्रगति में भिन्नता पाये जाने एवं निम्न गुणवत्ता की सामग्री कार्यस्थल पर पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए टी०पी०आई०. जूनियर इंजीनियर्स व सहायक अभियन्ताओं को निर्माण कार्यों की प्रगति बढ़ाते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने हेतु निर्देशित किया गया।मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि मे० एल०सी० मे० गायत्री लि0 एवं मे० रित्विक कोया को क्रमशः 5.00 कि०मी० पाइप लाइन बिछाने एवं 5000 नग एफएचटीसी प्रतिदिन करना अनिवार्य है एवं शिरोपरि जलाशय एवं पम्प हाऊस की प्रगति अत्यन्त धीमी होने व मे० यूनिवर्सल प्रो०लि० द्वारा कवर एग्रीमेन्ट तैयार न किये जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यों की प्रगति बढ़ाते हुए युद्ध स्तर पर कार्य कराने के निर्देश दिये गये। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणाधीन ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं पर वर्षा ऋतु को देखते हुए योजनान्तर्गत पाइप लाइन बिछाने हेतु काटी गयी सड़क का Reinstatement कराने हेतु पुनः निर्देशित किया गया एवं अब तक किये गये कार्यों की प्रगति से असंतोष जाहिर करते हुए योजनान्तर्गत पाइप लाइन बिछाने हेतु काटी गयी समस्त सड़कों को अतिशीघ्र पुनरोद्धार कराने के साथ ही यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि आमजनमानस को आवागमन में असुविधा न हो।उक्त फर्मों द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिशासी अभियन्ता, उ0प्र0 जल निगम (ग्रामीण) को निर्देशित किया गया कि कार्यों की धीमी प्रगति को बढ़ाने हेतु समस्त फर्मों एवं जूनियर इंजीनियर व सहायक अभियन्ताओं को पत्र जारी किया जाये एवं कार्यों की गुणवत्ता को मानकों के अनुरूप बनाये रखने हेतु टी०पी०आई० को कठोर चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया जाये।
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