सोनभद्र। प्रकाश जीनियस पब्लिक इंग्लिश स्कूल में गुरुवार को सावन महोत्सव मनाया गया। सावन का महीना जहां एक ओर प्रकृति के नए जन्म और अध्यात्मवाद से भरा हुआ होता है वहीं दूसरी ओर इंसान के खुद के साथ जुड़ने का भी होता है कहा जाता था कि सावन के महीने में जो आदत अपना ली जाए वह पूरी उम्र साथ रहती है इसलिए व्रत ,पूजा, आराधना और झूला -झूलना सब कुछ इस महीने का भारतीय सांस्कृतिक परंपरा का अंश है भारतीय परंपरा और संस्कृति का हिस्सा होने के साथ-साथ ही नई ऊर्जा और नई उमंग का भी प्रतीक है इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए इस विद्यालय के एवं टैगोर नगर ब्रांच के बच्चों के द्वारा सावन महोत्सव का कार्यक्रम किया गया कार्यक्रम का प्रारंभ शंकर पार्वती (नव्या, सूर्यांश व सौम्या सिंह, यशराज पटेल) की सुंदर झांकी प्रस्तुत कर किया गया।बच्चों ने चक दुम दुम, मैंने पायल है छनकाई ,लागी मेरे तुझसे रे शंकरा, पार्वती बोली शंकर से व पंजाबी गानों पर नृत्य किया। सावन महोत्सव का कार्यक्रम साधना पांडे के नेतृत्व में विद्यालय के अध्यापिका आभा, श्रद्धा, पूनम केसरी अनीता सोनी व दिव्या चैरसिया के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अध्यापक- अध्यापिका इस कार्यक्रम की प्रशंसा की विद्यालय के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद जैन ने सावन महोत्सव में प्रतिभागी बच्चों की प्रशंसा करते हुए चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग होने पर वैज्ञानिकों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि हमारा देश विकसित देश की तरफ अग्रसर हो रहा है वैज्ञानिकों के कड़ी मेहनत के कारण चंद्रयान-3 चंद्रमा के संपर्क में आया और चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला यह पहला देश बना। विद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष कुमार पांडे ने इसरो के के डॉक्टर सोमनाथ तथा उनके सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि इसॅ मिशन को सफल बनाने के लिए वैज्ञानिकों के द्वारा लगातार चार वर्षाे से काम किया जा रहा था। हमारा देश कोरोना से जूझने के बावजूद मून मिशन का सपना नहीं छोड़ा जिसमें कामयाबी मिली यह कामयाबी पूरे देश की कामयाबी है। विद्यालय के प्रधानाचार्य अंबर उपाध्याय ने कहा कि हिंदुस्तान के लिए अब चंदा मामा दूर नहीं रहे इसरो के वैज्ञानिकों और उनके 17000 सहयोगियों ने जिस पल से चंद्रयान को छोड़ा उसी समय से चांद से संपर्क कब होगा इसके लिए उत्साहित थे 23 अगस्त सायं काल चंद्रयान ने लैंडिंग कर चंद्रमा पर भारतीय तिरंगे के शान को बढ़ा दिया।सुरेंद्र कुमार यादव ने इसरो के टीम को बधाई देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष अभियानों के लिए मील का पत्थर अनुसंधान के क्षेत्र मे भारत ने इबारत लिखी। इस अभियान में महिला वैज्ञानिक रितु श्रीवास्तव के योगदान से महिला सशक्तिकरण भी प्रदर्शित हो रहा था। इस अवसर पर मनोज दुबे ,के डी पांडे, मनीष पांडे, संजू पांडे, चंदन सिंह ,मनीष त्रिपाठी, सुनील गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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