बीजिंग। चीन के केंद्रीय बैंक ने एक साल के लोन के ब्याज दरों में कमी की है लेकिन उसने पांच साल के लोन की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। चीन की इकोनॉमी मुश्किल में है। ऐसे में माना जा रहा था कि केंद्रीय बैंक इकोनॉमी को सहारा देने के लिए कुछ बड़े ऐलान करेगा। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। पहले नंबर पर अमेरिका है। पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने एक साल के लोन की ब्याज दर को 3.55 फीसदी से घटाकर 3.45 फीसदी कर दिया है। बीते तीन महीनों में चीन में यह दूसरी बार रेट में की गई कटौती है। पीओबीसी ने पांच साल के लोन की ब्याज दर में बदलाव नहीं किया है। ज्यादातर होम लोन इस रेट पर लिए जाते हैं। इसे 4.2 फीसदी पर बनाए रखा गया है। इसकी वजह यह है कि चीन का रियल एस्टेट सेक्टर मुश्किल में है। डिफॉल्ट का खतरा बहुत बढ़ गया है। चीन की बड़ी रियल एस्टेट कंपनी कंट्री गार्डन डिफॉल्ट करने के करीब है। दूसरी बड़ी रियल एस्टेट कंपनी ईवरग्रेंड ने पिछले हफ्ते अमेरिका में बैंकरप्सी कोर्ट में आवेदन किया है। कैपिटल इकोनॉमिक्स के जूलियन इवांस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ब्याज दर में उम्मीद से कम कटौती से हमारी इस सोच को मजबूती मिली है कि पीबीओसी ब्याज दर में ज्यादा कमी करने के लिए तैयार नहीं है, क्रेडिट डिमांड बढ़ाने के लिए जिसकी अभी जरूरत है। राहत पैकेज की मदद से इकोनॉमिक एक्टिविटी तभी बढ़ाई जा सकती है, जब बड़े फिस्कल सपोर्ट के उपाय किए जाएंगे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post