नाटक रंग दे बसंती का प्रसारण

प्रयागराज।स्वतंत्रता दिवस केअवसर पर दूरदर्शन प्रयागराज द्वारा निर्मित नाटक ” रंग दे बसंती चोला ” का प्रसारण 14 अगस्त को डी डी यू पी चैनल पर किया गया। नाटक दर्शकों के लिए रोमांच कर देने वाला अभूतपूर्व अनुभव रहा। विनय श्रीवास्तव द्वारा लिखित व आसिफ इकबाल द्वारा निर्देशित नाटक में कलाकारों ने सशक्त अभिनय किया। प्रस्तुतकर्ता दूरदर्शन प्रयागराज के सहायक निदेशक कार्यक्रम अभिषेक तिवारी थे। भगत सिंह बचपन से ही क्रांतिकारी विचारधारा के थे। बचपन में बंदूक बोते और उसकी फसल उगने का सपना देखते ताकि उन बंदूकों से देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराएंगे। वो इस बात के कट्टर हिमायती थे कि देश को अंग्रेज़ों के चंगुल से छुड़ाना है तो क्रांति करनी होगी और क्रांति के लिए लोगों का संगठन बनाना होगा। युवावस्था में स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और क्रांति की अलख जगाने के लिए ” नौजवान भारत सभा ” की स्थापना की। भगत सिंह ने क्रांतिकारी गतिविधियों से अंग्रेज सरकार की चूलें हिला दीं। ब्रिटिश सरकार ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी की सजा सुनाई। उन्होंने देशभक्ति के गीत गाते हुए फांसी के फंदे को चूमकर अपने गले में डाल लिया और शहीद हो गए।नाटक के माध्यम से दिखाया कि देश को आजाद कराने के लिए देशभक्तों ने किस प्रकार हंसते-हंसते अपना बलिदान दे दिया।नाटक में सुधीर सिन्हा, अनूप श्रीवास्तव, शचींद्र शुक्ल, विपिन कुमार गौड़, अंशू श्रीवास्तव, दिव्या शुक्ला, रिभू श्रीवास्तव, निधि पांडेय, भूपेंद्र सिंह और ओम श्रीवास्तव ने प्रभावशाली अभिनय किया। रूप सज्जा – संजय चौधरी, संगीत संयोजन – रिभू श्रीवास्तव, वस्त्र विन्यास – अंशू श्रीवास्तव, मंच निर्माण – शचींद्र, विपिन, अनूप और भूपेंद्र ने किया।