शिक्षक बस बच्चों के भविष्य की चिंता करें, शेष चिंताएं सरकार का काम : शिवराज

भोपाल।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि शिक्षक बच्‍चों की चिंता करें और शिक्षकों की चिंता करना सरकार का काम है।श्री चौहान राजधानी भोपाल में लगभग साढ़े पांच हजार नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरा मध्यप्रदेश उनका परिवार है, इसलिए वे सरकार नहीं, परिवार चलाते हैं।उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्‍चों की चिंता करें, सभी शिक्षकों के भविष्‍य की चिंता करना सरकार का काम है।मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक का काम विद्यार्थियों को ज्ञान और बेहतर मनुष्य बनने का संस्कार देना भी है। इस दौरान उन्होंने अपने गुरु रतन चंद्र जैन का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि वे सरकारी स्कूल में पढ़े हैं, और आज जो कुछ भी हैं, उसका श्रेय उनके गुरु को जाता है।श्री चौहान ने कहा कि स्‍वामी विवेकानंद कहते थे कि शिक्षा वो है, जो मनुष्‍य को मनुष्‍य बना दे और मनुष्‍य का मतलब है चरित्रवान, ईमानदार, शालीन, कर्मठ, देशभक्‍त और अपने लिए नहीं, दूसरों के बारे में सोचने वाला। उन्होंने कहा कि शिक्षक बनना कोई साधारण नौकरी नहीं है, शिक्षक इंसान को इंसान बनाते हैं।