बेरूत।दक्षिणी लेबनान में सशस्त्र समूहों ने ऐन अल-हेलवे फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में एक और स्कूल पर कब्जा कर लिया है जिसे मिलाकर ऐसे स्कूलों की कुल संख्या आठ हो गई है।लेबनान में फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के निदेशक डोरोथी क्लॉस ने एक बयान में कहा, “हमें इमारतों को गंभीर नुकसान और स्कूलों से शैक्षिक सामग्री और उपकरणों की लूट की विश्वसनीय रिपोर्ट मिल रही है।”
यूएनआरडब्ल्यूए ने बयान में दोहराया कि सभी सशस्त्र समूहों से स्कूलों सहित ऐन अल-हेलवे शिविर में तुरंत खाली करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उनकी उपस्थिति संयुक्त राष्ट्र सुविधाओं की तटस्थता और सुरक्षा का घोर उल्लंघन है और शिविर में रहने वाले हजारों फिलिस्तीनी शरणार्थी बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ आगामी शैक्षणिक वर्ष की समय पर शुरुआत के लिए एक गंभीर खतरा पैदा करती है।बयान के अनुसार, सशस्त्र समूहों द्वारा अपनी सुविधाओं पर कब्जे के विरोध में यूएनआरडब्ल्यूए ने शुक्रवार को शिविर में अपनी सेवाएं निलंबित कर दीं और इसके बाद शनिवार सुबह आंशिक रूप से अपनी सेवायें बहाल कर दी।बयान में कहा गया है कि एजेंसी शिविर में स्वास्थ्य, ठोस अपशिष्ट संग्रह और राहत सेवाओं सहित सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरे शिविर तक पहुंच की मांग की गई है ताकि एजेंसी की सेवाएं सभी 50 हजार फिलिस्तीनी शरणार्थियों तक पहुंच सकें।लेबनान के सबसे बड़े फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर ऐन अल-हेल्वे में 29 जुलाई को फ़िलिस्तीनी फ़तह आंदोलन के सदस्यों और इस्लामी कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं। यूएनआरडब्ल्यूए के अनुसार यह झड़पें अगस्त में भी जारी रहीं, जिसमें कम से कम 13 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए।