नयी दिल्ली | सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सड़क निर्माण क्षेत्र में नवाचार एवं अनुसंधान को महत्व देते हुए तथा कार्य गुणवत्ता से समझौता किये बिना सड़क निर्माण में स्टील तथा सीमेंट का उपयोग कम किया जाना चाहिए।श्री गडकरी ने ‘भारत में सड़क विकास’ पर आयोजित 16वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा कि सड़क निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली मशीनरी और उपकरणों के लिए सीएनजी, एलएनजी तथा इथेनॉल का उपयोग किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने आयात पर निर्भरता कम करने, प्रदूषण मुक्त और स्वदेशी तरीकों तथा वैकल्पिक ईंधन के विकास पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में करीब 63 लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क के साथ दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क वाला देश है। उनका कहना था कि 70 प्रतिशत माल और वस्तुएं तथा लगभग 90 प्रतिशत यात्री सड़कों का उपयोग आवागमन के लिए करते है इसलिए ढांचागत विकास के लिहाज से सड़क अवसंरचना अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भूमिका निभाती है।श्री गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले पांच वर्षों में देश को 50 खरब डालर (पांच ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने की परिकल्पना की है और सरकार बुनियादी ढांचे के विकास में 1.4 ट्रिलियन डॉलर यानी 111 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है और इसे 34 प्रतिशत बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ने से कोविड महामारी के दौरान भी रोजगार के अवसर सृजित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य 40 किलोमीटर प्रतिदिन की दर से 60 हज़ार किलोमीटर विश्व स्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करना है।
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