पेरिस । फ्रांस की राजधानी पेरिस में नौकरानियों के साथ गुलामों जैसा व्यहार करने के मामले में सऊदी अरब के एक राजकुमार बुरी तरह से फंस गए हैं। इस आधुनिक गुलामों जैसे व्यवहार के लिए सऊदी प्रिंस के खिलाफ फ्रांस में जांच शुरू हो गई है। सऊदी प्रिंस पर आरोप है कि उन्होंने अपनी 7 नौकरानियों को भूखा रखा और बचा हुआ खाना दिया। एक महीने तक 24 घंटे काम करने पर भी केवल 300 यूरो वेतन दिया जो पेरिस के लिहाज से बहुत ही कम है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ये नौकरानियां सऊदी प्रिंस जब पेरिस शहर घूमने गए थे, उस समय उनके घर से फरार हो गईं। सऊदी प्रिंस के खिलाफ इंसानों की तस्करी के मामले में जांच शुरू हुई है। सभी महिलाओं की उम्र 38 से 51 साल के बीच है। इन आरोपों को अक्टूबर 2019 में दाखिल किया गया था। खबरों के मुताबिक हर साल प्रिंस और उनका पूरा परिवार गर्मियों के महीने में पेरिस आता था। सऊदी प्रिंस अपने नौकर खुद ही लेकर आते थे। बताया जा रहा है कि नौकरानियों के साथ यह गुलामों जैसा व्यहार पेरिस के पास स्थित एक घर में वर्ष 2008, 2013 और 2015 में हुआ था। आरोप है कि कुछ कर्मचारियों को जमीन पर सोने के लिए बाध्य किया जाता था। प्रिंस के चार बच्चों की देखरेख करते हुए समय नौकरानियों को बहुत कम समय खाने के लिए दिया जाता था। नौकरानियों ने बताया कि इतने वर्षों के दौरान उन्हें कई बार प्रताड़ना झेलनी पड़ी। उन्हें दिन-रात काम करना पड़ता और आराम करने का मौका भी नहीं मिलता था। नौकरानियों ने कहा कि उन्हें घर में बचा हुआ खाना दिया जाता था। कई बार तो उन्हें भूखे रहना पड़ता था। आरोपी सऊदी प्रिंस इस समय फ्रांस के बाहर हैं, इसलिए उनसे पूछताछ नहीं हो सकी है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि प्रिंस को राजनयिक छूट प्राप्त है या नहीं।
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