रुस के वैज्ञानिकों ने बना दिया गाय का क्लोन

लंदन। रूस के वैज्ञानिकों ने गाय की क्लोनिंग करके एक ऐसी प्रजाति तैयार कर ली है, जो दूध देगी तो इसमें इस खास प्रोटीन की कमी होगी, यानि एलर्जिक लोग भी ये दूध पी सकेंगे। मास्को स्कोलटेक इंस्टीटयूट के वैज्ञानिक इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं और विश्व के उन 70 फीसदी लोगों को राहत देने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें दूध से एलर्जी है। इस प्रोजेक्ट के तहत गाय की क्लोनिंग करके उसकी जींस में बदलाव किए गए हैं। ये नई प्रजाति की गाय लैक्टोस फ्री दूध देगी, जिसे कोई भी पी सकेगा।हाइपोएलर्जिक लोगों के लिए रूस के वैज्ञानिकों ने देश की पहली क्लोन गाय तैयार की है। अब इसके जींस को एडिट किया जा रहा है, ताकि आगे भी ऐसी गायें तैयार हो सकें। इस गाय का जन्म अप्रैल 2020 में हुआ था और तब इसका वज़न 140 पाउंड था। साल भर पर इसे इसकी मां से अलग रखा गया, लेकिन इससे गाय के स्वास्थ्य पर कोई खास असर नहीं हुआ और वो आधा टन वजन की हो गई। रूसी वैज्ञानिकों के लिए ये इसलिए भी खुशी की बात है, क्योंकि उन्हें दो-दो सफलताएं मिली हैं। एक तो ये कि क्लोन काउ बनकर तैयार हुई, दूसरा ये कि उन्होंने इसके जींस में बदलाव किया। गाय के एग में रेगुलर डोनर की सेल्स ट्रांसफर करके इसे गाय में इंप्लांट किया गया। इसके बाद जिस बच्चे का जन्म हुआ, उसके जींस बदले हुए थे। वैज्ञानिकों का कहना है कि उन्हें इस दौरान ज्यादा समस्या भी नहीं हुई। अब उनका लक्ष्य है, ऐसी गायों की अच्छी संख्या तैयार करना, जो लैक्टोस फ्री मिल्क दे सकें। फिलहाल ये पूरी प्रक्रिया काफी महंगी है, ऐसे में वैज्ञानिक इसे नेचुरल तरीके से तैयार करना चाहते हैं।