चीन में इंसान ही नहीं, कुत्तों की भी नौकरी सुरक्षित नहीं

बी‎जिंग। कोरोना वायरस को लेकर बदनाम चीन में इंसान ही नहीं, कुत्तों की भी नौकरी सुरक्षित नहीं है। चीन में कॉम्पटीशन का लेवल ये है कि हर ‎किसी की नौकरी पर तलवार लटकी रहती है। चीन की पुलिस एकेडमी ने अपनी टीम से ऐसे कुछ कुत्तों को बाहर निकालने का फैसला किया है जो डरपोक हैं। ये खबर जैसे ही बाहर आई, चीनी सोशल मीडिया वीबो पर लोग इसका मज़ाक बनाने लगे। खैर, चीनी पुलिस को इससे फर्क नहीं पड़ता और 54 डरपोक कुत्तों की नीलामी वो कर रहा है। जिन कुत्तों की नीलामी हो रही है, इन्हें कायर और डरपोक माना गया है। कुल 54 डरपोक कुत्तों की नीलामी चीन के लियाओनिंग प्रांत में होगी। ये वही कुत्ते हैं, जो पुलिस एकेडमी के ट्रेनिंग कार्यक्रम को पास करने में नाकामयाब रहे। अब इन्हें नीलाम किया जा रहा है। ये कुत्ते पूरी तरह ट्रेंड हैं। इनमें जर्मन शेपर्ड एवं बेल्जियम मालिनोइस नस्ल के भी कुत्ते शामिल हैं।कुत्तों की नीलामी पुलिस एकेडमी परिसर में ही होगी। इन कुत्तों को उन्हीं लोगों को दिया जाएगा, जो सरकारी गाइडलाइंस का पालन करेंगे। पुलिस एकेडमी ने इन कुत्तों के बारे में बताया कि ये छोटे, डरपोक, कमज़ोर और आज्ञा नहीं मानने वाले हैं। इनमें से कुछ तो इतने डरपोक हैं कि किसी को काटते भी नहीं, भले ही इन्हें दूसरों को काटने के लिए कहा जाए। जो भी इनकी नीलामी के दौरान बोली लगाएगा, उसका सभी सरकारी नियमों का पालन करना ज़रूरी होगा। इन नियमों में कुत्ते का ख्याल रखना, उसे दोबारा नहीं बेचना और उसे नहीं मारने तक का नियम शामिल है। इन कुत्तों की कीमत 200 युआन यानि भारतीय मुद्रा में लगभग 2200 रुपये रखी गई है। जर्मन शेपर्ड अपने शांति, बुद्धि, वफादारी, ताकत और एथलेटिक बिल्ड अप के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि पुलिस की ट्रेनिंग में इनका इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है।