शिक्षक हमारे पथ प्रर्दशक,उनका सम्मान हमारा धर्म, विकास 

फरेंदा, महराजगंज। नगर के प्रतिष्ठित युवा व्यवसाई विकास अग्रवाल ने स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर कसबे के स्कूल प्रबंधकों और प्राचार्य गणों को अंग वस्त्र ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित किया। विकास ने सभी गणमान्यजनों को भगवान श्री कृष्ण की विशाल तस्वीर भी प्रदान की। विकास गर्ग ऐसे ही खास मौकों पर गणमान्य जनों को सम्मानित करते रहते हैं। उनका कहना है कि ऐसा करने से उनके मन को शांति मिलती और बड़ों का आशीर्वाद मिलता है।विकास गर्ग के पिता स्वर्गीय सत्यनारायण अग्रवाल भी सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए प्रतिष्ठित व्यवसाई थे। वे भी ब तक जीवित थे ऐसे ही नेक काम करते रहते थे।विकास का कहना है मानव के लिए शिक्षालय देवालय समान है। घर में माता पिता के बाद विद्यालय के गुरुजन दूसरे पिता तुल्य होते हैं जिनके क्षत्रछाया में हमें ज्ञान हासिल होता है। हम डाक्टर, इंजिनियर, राजनेता, समाजसेवी आदि बनते हैं। शिक्षा का महत्व हर क्षेत्र में है, इसीलिए शिक्षक हमारे पथ प्रदर्शक हैं। हमें सदैव उनका सम्मान करते रहना चाहिए।