नसबंदी के बाद महिलाओं को खुले आसमान के नीचे लिटाये जाने की शिकायत जांच में झूठी मिली

वाराणसी। नसबंदी के बाद महिलाओं को खुले आसमान के नीचे लिटाये जाने से संबंधित शिकायत जांच में गलत मिली। उप जिलाधिकारी राजातालाब ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराये गये जानकारी के अनुसार बताया कि किसी भी मरीज को खुले आसमान के नीचे नही लेटाया गया था, सभी मरीजो को आईपीडी वार्ड पीएमसी वार्ड एवं रैन बसेरा में लेटाया गया था। इसके अलावा वार्डो में 10 बेड के अतिरिक्त टेन्ट हाउस की चारपाई लगाकर मरीजो को रखा गया था, जहां पखें चल रहे थे। किसी भी मरीज का न ही तबियत खराब हुई थी और न ही कोई मुर्छित हुआ था। पेड़ के नीचे लाभाथियों के साथ आये परिजन बैठे व लेटे थें।उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सेवापुरी परिसर का स्पेस छोटा एवं जर्जर हो गया है, किसी भी प्रकार का मरम्मत भी नही कराया गया है एवं साफ-सफाई की भी व्यवस्था ठीक ढंग से नही है, जिसके सम्बन्ध में सीएमओ को भी पूर्व में अवगत कराया जा चुका है। भीड़-भाड़ अत्यधिक होने के कारण उस दिन मरीज के परिजन व टेंट की चारपाई लेकर बाहर पेड़ के नीचे आराम करने चले गये रहे। उन्होंने बताया कि स्वास्थ केन्द्र के निरीक्षण के दौरान भीड़-भाड़ पायी गयी, परिसर में साफ सफाई कही भी नहीं पाया गया। परिसर में आवारा कुत्ते व जानवर घुमते फिरते पाये गये। परिसर में नियमित रूप से साफ-सफाई न होना एवं परिसर जर्जर होना पाया गया व मरीजो की जनसंख्या के हिसाब से परिसर में जगह की कमी होना भी पाया गया।बताते चलें कि उपजिलाधिकारी की जांच में पायी गयी कमियों को एक सप्ताह में दुरुस्त करने हेतु सीएमओ को निर्देशित किया गया।