इं‎डिगो की दूसरी तिमाही में बढ़ सकती हैं मुश्किलें

मुंबई। पहली तिमाही में अब तक का सर्वोच्च मुनाफा कमाने के बावजूद इंटरग्लोब एविएशन की तरफ से परिचालित इंडिगो एयरलाइंस की चुनौतियां अल्पावधि में बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों ने अपनी रेटिंग व लक्षित कीमतें हालांकि बरकरार रखी है और इनकी सिफारिशों में खरीद से लेकर अंडरपरफॉर्म शामिल है। उदाहरण के लिए मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज ने इस शेयर पर तटस्थ रेटिंग बरकरार रखी है क्योंकि उसका मानना है कि किफायती विमानन सेवा कंपनी मौजूदा समय में शुरुआती चरण की समस्याओं का सामना कर रही है। ब्रोकरेज ने कहा ‎कि सकारात्मक परिदृश्य और भारतीय विमानन उद्योग में मजबूत मांग के बावजूद हम कई चुनौतियां देख रहे हैं, जिनका समाधान होना है। ये चीजें इंडिगो के लिए सही तस्वीर नहीं बनाती। एक्सचेंजों पर एयरलाइंस का शेयर 4.5 फीसदी गिरकर 2,450 रुपये पर बंद हुआ। इसकी तुलना में बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 0.82 फीसदी गिरकर 65,241 पर बंद हुआ। विश्लेषकों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में इंडिगो का मुनाफा प्रभावित हो सकता है, जिसकी वजह सीजन के लिहाज से कमजोर तिमाही में किराया कम होना और ईंधन की ज्यादा कीमत है। प्रबंधन का कहना है कि ये चीजें वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में प्रतिफल पर 10 से 15 फीसदी का असर डाल सकती है।