अपनी धरोहरों को विभाग संरक्षित करे

वाराणसी। नगर निगम के अपर नगर आयुक्त ने शहर के कतिपय धरोहरों के संबंध में बताया कि पैराडाईस ग्राउण्ड पूर्वोत्तर रेलवे से संबंधित है। टाऊनहॉल स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत बीच शहर में पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण अण्डरग्राउण्ड पार्किंग का निर्माण कराया गया है। घण्टा घर नगर निगम से संबंधित नहीं। रानी फाटक प्राईवेट संपत्ति है। मोतीझील उपरोक्त झील प्राईवेट प्रॉपर्टी है, इसलिये सौन्दर्यीकरण का कार्य नहीं कराया जा सकता है।टी.वी. टावर नगर निगम से संबंधित नहीं है, छावनी परिषद से संबंधित है। काटनमील प्राईवेट सम्पत्ति है। दूरसंचार विभाग से संबंधित है।हरतीरथ नगर से संबंधित नहीं है। वही क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी अधिकारी/प्रभारी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र वाराणसी क्षेत्र के अनुसार उक्त 10 स्थल में से कोई भी भवन/स्थान संस्कृति विभाग/पुरातत्व विभाग के स्वामित्व व संरक्षण में नहीं है। उपरोक्त दस प्रकरणों में से सात प्रकरण निजी सम्पत्ति है अथवा भारत सरकार के विभिन्न विभागों से संबंधित है। सम्बन्धित विभागो को अपनी धरोहरों को संरक्षित करने हेतु अनुरोध किया गया है। वही पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी ने बताया कि अलईपुर इलाके के कसाईवाड़ा को 2017 में ही बन्द करा दिया गया है, अब यहाँ किसी पशु का स्लाटर नहीं होता है। चुंगी के संबंध में कोई शिकायत अंकित नहीं है।