जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट अलंकार योजना के जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न

मऊ।आज जिला अधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट अलंकार योजना के जनपद स्तरीय समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अंतर्गत मान्यता तिथि से 75 वर्ष पुराने जर्जर विद्यालयों में जीर्णोद्धार, मरम्मत, पुनर्निर्माण, निर्माण एवं अवस्थापना सुविधाओं हेतु कार्य किया जाना है।बैठक के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जनपद में कुल ऐसे 11 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय हैं, जिनकी मान्यता 75 वर्ष पूर्व की है तथा जिनमें मानक के अनुसार निर्धारित न्यूनतम 300 से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 300 से 500 तक पंजीकृत छात्रों पर 25 लाख, 501 से 1000 तक पंजीकृत छात्रों पर 50 लाख, 1001 से 1500 पंजीकृत छात्रों पर 75 लाख, 1501 से 2000 तक पंजीकृत छात्रों पर एक करोड़ तथा 2001 से ऊपर पंजीकृत छात्र संख्या वाले विद्यालयों हेतु कुल 1.25 करोड़ रुपए की अधिकतम धनराशि निर्धारित है। उन्होंने बताया कि विशेष परिस्थितियों में जिला स्तरीय समिति की संस्तुति पर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक)के अनुमोदन के उपरांत 75 वर्ष से कम अवधि के ऐसे विद्यालय जिनके भवन अत्यधिक जर्जर अवस्था में हैं, उनको भी सम्मिलित किया जा सकेगा। जनपद में कुल ऐसे 11 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों से भी प्रोजेक्ट अलंकार योजना के तहत कार्य कराए जाने हेतु आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्होंने जिनकी मान्यता 75 वर्ष से कम है। उन्होंने बताया कि शासन एवं संस्था के मध्य सहयोगी अनुदान राशि का अनुपात 75:25 का होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सुविधाओं के संतृप्तिकरण हेतु समिति द्वारा नामित कोई कार्यदाई संस्था अथवा संबंधित विद्यालय के प्रबंध समिति द्वारा प्रबंधक और प्रधानाचार्य संयुक्त रूप से नामित हो सकते हैं।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील स्तर पर भी शीघ्र ही टास्क फोर्स का गठन करने, जिसमें उप जिलाधिकारी, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग, संबंधित तहसील के तहसीलदार, राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय के प्रधानाचार्य सम्मिलित हैं, के द्वारा विद्यालय द्वारा प्रस्तावित कार्यों का सर्वे करने एवं नामित कार्यदाई संस्था द्वारा दिए गए मदवार आगणन का परीक्षण कर जांच आख्या जनपद स्तरीय समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा संबंधित विद्यालय में योजना के तहत कराए जाने वाले कार्यों का समय समय पर अनुश्रवण तथा कार्यों की गुणवत्ता का सत्यापन एवं मूल्यांकन सहित आख्या भी प्रस्तुत करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। बैठक के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आर एन सिंह यादव,अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।

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