मार्ग निर्माण के लिए ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत बघुआरी के टोला गड़ौरा के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण मांग को लेकर प्रदर्शन कर डीएम को संबोधित पत्रक सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि टोला गड़ौरा में 90 जनजाति परिवार हैं जबकि गड़ौरा से सटा हुआ ही बसौली, बहुआर का टोला दमही है। जिसमें भी लगभग 55 परिवार की आबादी है इस प्रकार सैकड़ो से अधिक परिवार जहां निवास करते है वहां पहुंचने के लिए कोई भी संपर्क मार्ग नहीं है।जिला अस्पताल से पश्चिम दिशा की तरफ सड़क केवल खुश्बु बाग नर्सरी तक ही बना है। उसके बाद से लगभग 02 किमी0 वन क्षेत्र की भूमि है और यही से पगडंडी रास्ते से होकर गड़ौरा तक जाना पडता है। जिसकी दूरी लगभग 6 किमी है। यातायात का कोई साधन नहीं है। गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी कराने हेतु आज भी चारपाई पर लादकर लाना पड़ता है। गांव में सड़क मार्ग ना होने के कारण एम्बुलेन्स नहीं पहुंच पाती है। साथ ही गांव में आकस्मिक बीमारी की दशा में भी कठिनाई का सामना करना पडता है। गांव में कक्षा आठ तक स्कूल है उसके बाद बच्चे शिक्षा से वंचित होकर बाल श्रमिक हो जाते है। हम प्रार्थीगणों द्वारा विगत कई वर्षाे से सड़क निर्माण व बंधी निर्माण की मांग कर रहे हैं। पूर्व में लोक निर्माण विभाग से मापी करके इस्टीमेट भी बनाया गया परन्तु अब तक शासन स्तर पर विचाराधीन है। वन विभाग की भूमि होने के कारण वन विभाग से भी पैरोकारी की गई जिसमें प्रभागीय वनाधिकारी व क्षेत्रीय वनाधिकारी रावटगंज से संस्तुति भी मिला लेकिन अब तक सड़क के निर्माण में कोई प्रगति नहीं हुई है। ऐसे में जनहित को ध्यान में रखते हुए खुश्बु बाग नर्सरी से गड़ौरा के बीच सड़क निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर कराते हुए संपर्क मार्ग का निर्माण करवाया जाना न्यायोचित होगा। ग्रामीणों ने यह भी अवगत कराया है कि उक्त गांव में हर घर नल योजना के तहत अब तक कोई भी कार्य गांव में नहीं हो सका है। गांव में पेयजल की घोर किल्लत होती हैं आबादी तो पेयजल हेतु 0.5 हैण्डपम्प लगे है जो फरवरी माह से ही पानी का जल स्तर नीचे जाने से पानी का संकट हो जाता है। सरकार द्वारा जल जीवन मिशन अभियान के द्वारा सभी घरों व नल से जल देने की योजना है। परन्तु गड़ौरा गांव में इस मिशन के तहत कोई कार्य अब तक नहीं हुआ है। जबकि हम ग्रामीण पेयजल की समस्या से काफी ग्रसित व परेशान रहते हैं। इसलिए पेयजल आपूर्ति हेतु जनहित में कार्य कराया जाना न्यायोचित होगा। इस मौके पर सगीता, सुमन देबी, सोनी, किसमतीया, महेंदर, अमर नाथ, जीतू प्रशाद, सरोज, विमला, फूलमती, सुनीता, विमली, शिव कुमार आदि मौजूद रहे।