भोलेबाबा की पूजा कर भक्तजन हुए निहाल, सुख समृद्धि की  की कामना

ज्ञानपुर, भदोही।सावन के तीसरे सोमवार को भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए हजारों भक्त शिवालयों में पहुंचे। सभी ने भोले को जल चढ़ाकर प्रार्थना की। इस दौरान पुलिस ने भी काफी सुरक्षा व्यवस्था सख्त रखी। ज्ञानपुर नगर स्थित  बाबा हरिहरनाथ मंदिर पर हजारों भक्तों ने शिवजी की पूजा अर्चना की। सुबह से ही भक्त शिव को मनाने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहे। धीरे-धीरे भक्तों की संख्या बढ़ती चली गई। एक-एक कर भक्तों ने सावन के तीसरे  सोमवार को  शिवजी को जल चढ़ाया और मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना की। चाहे 60 साल की बुजुर्ग महिला हो या फिर 8 साल की छोटी बच्ची। या फिर हो शादी शुदा नया जोड़ा। हर कोई बस हाथ में जल का लौटा लेकर लंबी कतारों में शिव को जल चढ़ाने का इंतजार करते देखे गए। बढ़ी गर्मी में भी शिव भक्तों की भक्ति पर कोई असर नहीं पड़ा। सावन के तीसरे सोमवार के मौके पर शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ दिखाई दिया। भगवान शिव की पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखा गया। हर ऒर हर – हर महादेव के नारे से शिवालय व शिवालय परिसर गूंज रहे थे। सोमवार को भगवान शिव का विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। सोमवार का दिन भगवान शिव को बहुत ही  पसंद है।भक्तों के मन में कई बार यह सवाल आता है कि इस दिन शिव की आराधना का क्या महत्व है सोमवार को ही क्यों होती है इस सम्बंध में पं. बाबू लल्लन तिवारी  ने  बताया कि पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोम का मतलब चंद्रमा से होता है और  चंद्रमा की तमाम खामियों के बाद भी  भगवान शिव ने उन्हें अपने सिर पर स्थान दिया है। इसी कारण से सोमवार को भगवान शिव का वार माना जाता है। दूसरा कारण यह है  कि सोम का दूसरा मतलब सौम्य भी होता है। भगवान शिव सौम्य और जल्दी खुश होने वाले देवता हैं। इस कारण से भी भोलेनाथ को सोमवार का देवता माना जाता है।  इसी प्रकार सोम का अर्थ होता है शिव संग उमा का। शिव के साथ मां भगवती की भी उपासना करना चाहिए, क्योंकि बिना शक्ति के शिव के रहस्य का समझना अत्यन्त कठिन है। इसलिए सोमवार को शिव की उपासना का विशेष महत्व है। शिव का धरती पर वास होता है। उन्होंने बताया कि  सावन के तृतीय सोमवार को  अर्द्धनारीश्वर शिव का पूजन किया जाता है। इन्हें खुश करने के लिए ‘ऊं महादेवाय सर्व कार्य सिद्धि देहि-देहि कामेश्वराय नम: मंत्र का 11 माला जाप करना श्रेष्ठ माना गया है। इनकी विशेष पूजन से अखंड सौभाग्य, पूर्ण आयु, संतान प्राप्ति, संतान की सुरक्षा, कन्या विवाह, अकाल मृत्यु निवारण व आकस्मिक धन की प्राप्ति होती है। कांवल प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के शिवालयों में पूजा करने वालो की काफी भीड़ रही। सावन के तीसरे सोमवार के मौके पर  जनपद के विभिन्न शिवालय जैसे बाबा सेमराधनाथ,  बाबा बड़े शिव, दूधनाथ आदि शिवालयों में शिवभक्तों की लंबी भीड़ देखी गयी व पूजन का प्रक्रम देर शाम तक चलता रहा।