फतेहपुर। पांच बच्चों को छोड़कर तीन साल पहले मां किसी और के साथ भाग गई और पिता ने भी बच्चों की कोई खबर नहीं ली। मां-बाप ने अपने ही बच्चों को दगा दे दिया। बेसहारा बच्चों के लिए दादी ढाल बनकर खड़ी हो गई और उनका पालन-पोषण करने लगी। लेकिन घर पर मौजूद बच्चों की बड़ी मां उनके लिए अभिषाप बन गई और तरह-तरह से बच्चों को प्रताड़ित करने लगी। जब दादी ने इसका विरोध किया तो उसको बच्चों संग घर से निकाल दिया। जिससे वृद्धा अब दर-दर की ठोंकरे खाने के लिए विवश है। पीड़िता ने डीएम व एसपी को शिकायती पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। ललौली थाना क्षेत्र के ग्राम दतौली निवासी तेजिया पत्नी स्व. जगदेव ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को अलग-अलग शिकायती पत्र सौंपकर बताया कि उसके दो बेटे सुनील व राजेंद्र उर्फ रजिंदा हैं। सुनील की शादी संगीता से हुई थी। जिसने पांच बच्चों रजनी, शांती देवी, राधा देवी, शिवम व प्रदीप को जन्म दिया। बच्चों को जन्म देने के बाद मां संगीता किसी और व्यक्ति के साथ भाग गई। पिता भी बाहर कमाने के लिए चला गया और बच्चों से वास्ता गरज छोड़ दिया। बेसहारा बच्चों का पालन पोषण वह करने लगी। जिस पर उसकी बड़ी बहू राजेंद्र की पत्नी चंदा देवी बच्चों के साथ-साथ उसे प्रताड़ित करने लगी। वृद्धा ने आरोप लगाया कि उसकी बड़ी बहू मासूम बच्चियों को गलत काम में ढकेलने के लिए मजबूर कर रही है। जब बच्चियां घिनौने काम के लिए मना करती हैं तो वह उन्हें जमकर मारती-पीटती है। विरोध करने पर उसे व सभी पांच बच्चों को घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद वह अब दर-दर की ठोंकरे खाने के लिए विवश है। पीड़ित वृद्धा ने कहा कि यदि उसके या बच्चों के साथ कोई घटना घटित होती है तो इसकी जिम्मेदारी बहू चंदा देवी की होगी। पीड़िता ने डीएम व एसपी से मामले की जांच कराकर बहू के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
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