इस्लामाबाद। पाकिस्तान अपनी मानमानी करने के लिए 11 साल की बच्ची को हथियार बनाकर ऐसी चाल चल रहा है जो सफल होने वाली नहीं है। हालिया जानकारी में जम्मू कश्मीर के लिए पाकिस्तान किस हद तक नीचता पर उतर सकता है, इसका नजारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की प्रातींय सभा में देखने को मिला। यहां पर उसने भारत की जेल में बंद यासीन मलिक की 11 साल की बेटी का इस्तेमाल कर वही बातें कहीं जो वह हमेशा से कहता आया है। मगर कश्मीर के बुद्धिजीवियों और कश्मीर मामलों के जानकारों की मानें तो इसमें पाकिस्तान को कामयाबी नहीं मिल पाएगी। उनका मानना है कि पिछले तीन दशक से पाकिस्तान यही प्रपोगेंडा चला रहा है लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वह मुंह के बल गिरेगा। गौरतलब है कि यासीन मलिक को अप्रैल 2019 में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने आतंकवाद विरोधी कानूनों और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के तहत गिरफ्तार किया था। उसे साल 2022 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।पाकिस्तान की शह पर यासीन मलिक की 11 साल की बेटी रजिया सुल्तान ने पीओके एसेंबली में अपने पिता की स्थिति पर लिखा हुआ भाषण पढ़ा था। उसने बड़े ही भावुक अंदाज में भारत सरकार से उसके बीमार पिता से मिलने की अपील की। कश्मीर के पूर्व आतंकी से राजनेता बना 57 साल का यासीन मलिक इस समय भारत की तिहाड़ जेल में बंद हैं। रजिया ने मुजफ्फराबाद में संबोधित करते हुए कहा कि उसका पिता कश्मीर में लड़ाई की नई रोशनी बन चुका है। रजिया के शब्द थे, मेरे पिता कश्मीर के हित लिए नई रोशनी हैं। मुझे उम्मीद है कि मेरे पिता को फर्जी मामले से रिहा कर दिया जाएगा और वह जल्द हमारे बीच होंगे। उसका भाषण टीवी पर टेलीकास्ट किया गया था। उसने कहा, जब मैं अपने पिता से मिली तो मैं केवल दो साल की था। मैं अब 11 साल की हो गयी हूं। मुझे अपने पिता की बहुत याद आती है। मैं उसकी आवाज सुनने के लिए तरस रही हूं। इस पर लंदन स्थित नेशनल इक्वैलिटी पार्टी जम्मू कश्मीर गिलगित बाल्टिस्तान एंड लद्दाख (जेकेबीजीएल) के मुखिया प्रोफेसर सज्जाद रजा ने अपने ट्विटर हैंडल पर पाकिस्तान की नई असफल साजिश के बारे में विस्तार से लिखा है। सज्जाद रजा लंदन में रहते हैं। रजा ने लिखा, यासीन मलिक की शादी के पीछे यही योजना थी। कश्मीर में 35 लाख से ज्यादा महिलाएं हैं लेकिन मलिक को कोई साथी नहीं मिला और उन्होंने एक पाकिस्तानी महिला से शादी कर ली। उन्होंने आगे लिखा, यह महिला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ काम करती है। अब अगले 60-70 सालों तक कश्मीर बनेगा पाकिस्तान के प्रचार को जारी रखने के लिए पाकिस्तान के हाथ में कश्मीर की बेटी मिल गई है। लेकिन वह भी मकबूल बट के बच्चों की विफलता की तरह असफल होगी। सत्य की हमेशा जीत होती है। जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
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