बिजनेस के लिए पूंजी नहीं आइडिया की जरूरत

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को कैरियर, स्टार्टअप्स एंड इनोवेशन विषय पर एक व्याख्यान हुआ। यह व्याख्यान इनक्यूबेशन सेंटर और ट्रेनिंग सेंट्रल प्लेसमेंट सेल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। मुख्य अतिथि जनपद के आईएएस और मोटिवेशनल स्पीकर अभिषेक सिंह ने कहा कि जीवन में सतुष्टि के लिए काम करें। मानव के दिल को अमीर बाप की बिगड़ी औलाद की तरह होना चाहिए जो दिमाग से कुछ भी मांग सके और दिमाग इस तरह होना चाहिए कि उसकी हर बात को पूरा कर सके। उन्होंने कहा कि सोच तर्कपूर्ण हो इमोशनल नहीं अगर किसी विषय पर आपका मन नहीं लग रहा तो इसका कारण यह है कि आपका उस पर ध्यान केंद्रित नहीं है। उन्होंने कहा कि विकसित और विकासशील देशों में कल्चर का अंतर होता है। सबसे बड़ा धर्म मानवता है। उन्होंने कहा कि बिजनेस के लिए पूंजी नहीं आइडिया की जरूरत होती है अगर आपके पास इनोवेटिव आईडिया है तो लोग उसे हाथों-हाथ ले लेते हैं। व्याख्यान के दौरान प्रश्न-उत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया। इसमें विद्यार्थियों को काफी उत्साह देखने को मिला। कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने अपनी पुस्तक गर्भसंस्कार अभिषेक सिंह को भेंट की। अध्यक्षता प्रो. वंदना राय ने किया। इन्क्यूबेशन सेंटर के निदेशक प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने स्वागत और विषय प्रवर्तन किया। संचालन डा. दिग्विजय सिंह राठौर और धन्यवाद ज्ञापन सेंट्रल प्लेसमेंट सेल के समन्वयक प्रो. प्रदीप कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, डा. मनोज मिश्र, , डा. सुनील कुमार, डा. नीतेश जायसवाल, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, डा. अनु त्यागी, डा. सुशील कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।