प्रधान व सेक्रेटरी ने अपने चहेते को गोपनीय तरीके से नामित कर दिया सस्ते गल्ले की दुकान

सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को घोरावल तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत सरंगा के दर्जनों ग्रामीणों द्वारा गलत तरीके से सस्ते गल्ले की दुकान के कोटेदार के हुए चयन के विरोध में विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी नामित पत्र संबंधित बाबू को सौंपते हुए स्वयं सहायता समूह की पात्र महिलाओं को कोटे की दुकान दिलाने व वर्तमान में कोटेदार की जांच कराकर सम्बंधित लिप्त लोगांे के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की गयी। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में 4 माह पहले गांव में बैठक करते हुए 4 स्वयं सहायता समूह के लोगों का नाम लिस्ट में डाला गया था कुछ दिन बाद घोषणा न करने को सेक्रेटरी व प्रधान द्वारा बताया गया ग्रामीण बहुत दिन इंतजार किए तब संबंधित अधिकारियों से इस संदर्भ में बताया गया उसके बाद 17 जुलाई को अपने तरीके से सेक्रेटरी व ग्राम प्रधान द्वारा मिली भगत करते हुए ग्रामीणों को भ्रमित कर एक बैठक आयोजित है वहीं पर लोगों को बुलाया और मिलीभगत करते हुए अपने चहेते स्वयं सहायता समूह के व्यक्ति को सस्ते गल्ले कोटे की दुकान चयन किया गया। जिसका समूह बंद चल रहा है वहीं पूर्व में हुई खुली बैठक में जो चार लोगों का लिस्ट के नाम लिए गए थे इनके स्वयं सहायता समूह के लिस्ट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित होते हुए। उक्त चयन के खिलाफ विरोध करने के लिए विवश हो गये। जबकि संबंधित ग्राम प्रधान को भी अवगत कराया गया मगर ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि जो हो गया उसी को अब आप लोगों को मानना होगा। अब कुछ भी नहीं होगा यह कहते हुए वहां से चले गए। जिसको लेकर बुधवार को दर्जनों ग्रामीणों द्वारा कलेक्ट्रेट पर जिलाधिकारी नामित पत्र लिखकर मामले की जांच कराने हेतु पुनः सस्ते गल्ले कोटे की दुकान का चयन कराये जाने की मांग की गयी। जिसमें खुली बैठक व सभी ग्रामीणों की राय ली जाए और संबंधित की जांच कराकर सभी दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मौके पर प्रेम शिला देवी, तैबुन निशा, आरती सिंह, पुष्पा कुमारी, दुर्गा देवी, गीता देवी, संतोष कुमारी, मीना देवी, सरोज कुमारी सहित आदि मौजूद रहे।