राष्ट्रमण्डल खेलों 2026 की मेजबानी से विक्टोरिया के हटने के बाद भारत कर सकता है दावा

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य के 2026 राष्ट्रमण्डल खेलों की मेजबानी से इंकार के बाद अब भारत खेलों के आयोजन की दावेदारी कर सकता है। विक्टोरिया राज्य ने खेलों के आयोजन पर होने वाले भारी खर्च को देखते हुए मेजबानी से अपने हाथ खींच लिए हैं। विक्टोरिया के प्रधानमंत्री डेनियल एंड्रयूज ने कहा कि उनकी सरकार पिछले साल इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए सहमत जरुरी हुई थी पर स्वास्थय और शिक्षा के बजट में कटौती कर इसका आयोजन नहीं चाहती।’ दूसरी ओर अब माना जा रहा है कि इसकी मेजबानी के लिए भारत आगे आ सकता है। इसी के तहत ही गुजरात सरकार ने 2036 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाने के लिए अहमदाबाद में बुनियादी ढांचा तैयार करना भी शुरू कर दिया है। इससे संकेत मिलते हैं वह 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स मेजबानी के लिए अहमदाबाद के लिए बोली लगा सकती है। गुजरात सरकार के सूत्रों ने बताया कि वह 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बोली लगाने के लिए अहमदाबाद की तैयारी कर रही थी पर अब वह 2026 के लिए विचार कर रही है। उम्मीद है कि केंद्र सरकार इसका समर्थन करेगी।गौरतलब है कि ओलिंपिक के लिए अहमदाबाद की बोली के लिए मास्टर-प्लान तैयार करने के लिए ऑस्ट्रेलिया स्थित बिजनेस प्लानिंग कंसल्टेंसी पॉपुलस को काम पर रखा गया था। इसके साथ ही सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव को विभिन्न ओलिंपिक खेल खेलने की सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा, क्योंकि अहमदाबाद 2036 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगाएगा। वहीं राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने एक बयान जारी कर कहा कि वे अपने विकल्पों पर सलाह ले रहे हैं। सीजीएफ ने कहा कि खेलों के आयोजन के लिए अनुमानित लागत में वृद्धि मुख्य रूप से क्षेत्रीय, बहु-शहर मेजबान मॉडल और विक्टोरिया सरकार के आयोजन स्थलों की योजना में बदलाव और अधिक खेलों को शामिल करने के फैसले के कारण हुई।