लाख की आबादी पर अकेले नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक को भी शासन ने लिया छीन

कौशांबी | वासियों के स्वास्थ्य को देखते हुए नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक के स्थानांतरण को रोकने की डीएम समेत सांसद विधायक डिप्टी सीएम और सीएम से लोगों ने की मांग कौशाम्बी जिले की 18 लाख से अधिक आबादी के बीच आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में कई अस्पतालों के बीच केवल एक नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक संजय कुमार चौधरी कौशांबी  जिले के 24 बेड के भेलखा अस्पताल में तैनात थे लेकिन आयुर्वेदिक चिकित्सक नाड़ी विशेषज्ञ संजय कुमार चौधरी पर शासन की नजर लग गई और इन्हें चित्रकूट जनपद ट्रांसफर कर दिया गया है जिससे कौशांबी जनपद में नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी हो गई है हालांकि अभी नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक संजय कुमार चौधरी कौशांबी से रिलीव नही हुए हैं लेकिन जल्द ही वह जिले से रिलीव हो सकते हैं संजय कुमार चौधरी के रिलीव होने के बाद कौशांबी में नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक का आकाल हो जाएगा आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से इलाज कराने वाले लोगों का इलाज असंभव होगा योगी सरकार में कौशांबी जिले में नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी पड़ जाएगी जिले वासियों ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद विधायक डिप्टी सीएम के साथ-साथ जिलाधिकारी से मांग की है कि नाड़ी विशेषज्ञ चिकित्सक संजय कुमार चौधरी के स्थानांतरण को रद्द किया जाए और उन्हें कौशांबी के लोगों के इलाज के लिए कौशांबी के भेलखा अस्पताल में तैनात रखा जाए जिससे जिले के लोगों को नाड़ी जांच की सुविधा मिल सके |