भारतीय कंपनियों में शुरुआती स्तर पर हाइब्रिड नौकरियां 60 फीसदी बढ़ी

नई दिल्ली। पेशेवर सेवा नेटवर्क लिंक्डइन द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से साफ होता है कि नियुक्तियां भले ही कोरोना माहमारी के पूर्व स्तर पर आ गई हैं मगर इस साल की नियुक्तियों के दौरान कामकाज के तरीकों के संबंध में भारतीय कंपनियों का रुख सबसे अधिक लचीला दिख रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल सिर्फ दफ्तर आकर काम करने वाली नौकरियां 10 फीसदी तक कम हो गई हैं, शुरुआती स्तर पर हाइब्रिड नौकरियां 60 फीसदी बढ़ी हैं। यह अध्ययन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में जनवरी-फरवरी 2023 के दौरान लिंक्डइन पर डाली गईं सभी नौकरियों के प्रतिशत पर आधारित हैं। ये नौकरियां रिमोट, हाइब्रिड और दफ्तर आकर काम करने के लिए डाली गई थीं। इस बदलाव से नए स्नातकों के पास नौकरी चुनने की एक विस्तृत श्रृंखला मौजूद है।रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआती नौकरियों के लिए डिजाइन, एनालिटिक्स और जावा स्क्रिप्ट शीर्ष कौशल में शामिल थे। स्नातक की डिग्री रखने वालों के लिए जोखिम सलाहकार, निवेश प्रबंधक और वित्त प्रशासक जैसी भूमिकाओं की नौकरी में सर्वाधिक तेजी देखी गई। नियोक्ताओं ने भी टेक्नोलॉजी एसोसिएट, कैटलॉग स्पेशलिस्ट और बिजनेस इंटीग्रेशन एनालिस्ट जैसे पदों के लिए एमबीए की डिग्री रखने वाले युवाओं को तवज्जो दिया। लिंक्डइन ने हाल ही में 2023 गाइड टु किकस्टार्टिंग यॉर करियर जारी किया, जिसमें दर्शाया गया कि स्नातक की डिग्री रखने वाले युवाओं के लिए प्रोडक्ट डेवलपमेंट, मानव संसाधन, सलाहकार और सैन्य एवं सुरक्षात्मक सेवाएं सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्र हैं।आंकड़े दर्शाते हैं कि पिछले साल की तुलना में प्रोडक्ट मैनेजमेंट क्षेत्र में नियुक्ति साल 2022 में 48.6 फीसदी रही। इसके बाद 33.7 फीसदी के साथ मानव संसाधन का स्थान रहा और फिर सैन्य और सुरक्षात्मक सेवाएं 27.1 फीसदी रहीं। भारत की वित्त सेवाएं, प्रशासनिक एवं सहायता सेवाएं, प्रौद्योगिकी, सूचना एवं मीडिया और आवास जैसे क्षेत्रों में अभी भी नियुक्तियां जारी हैं। इन क्षेत्रों में स्नातक की डिग्री रखने वाले युवाओं को नौकरी दी जा रही है। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि प्रशासनिक एवं सहायता सेवाओं, आवास और वित्त सेवा जैसे उद्योग में बिना स्नातक की डिग्री वाले लोगों के लिए नौकरियों के अपार अवसर मौजूद हैं। इन प्लेटफॉर्म की कंपनियां प्लेसमेंट समन्वयक, यूजर इंटरफेस डिजाइनर और ऐप्लिकेशन इंजीनियर जैसे पदों के लिए बिना स्नातक किए हुए लोगों को भी भर्ती करने को इच्छुक दिखीं।