जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों के संबंध में जनपद स्तरीय फ्लड स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक संपन्न

मऊ।आज जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों के संबंध में जनपद स्तरीय फ्लड स्टीयरिंग ग्रुप की तीसरी बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान सहायक अभियंता सिंचाई विभाग ने बताया कि जनपद में बांधो की कुल संख्या 11 है, जिनमें से सिंचाई खंड मऊ के 9 एवम् बाढ़ खंड आजमगढ़ के 2 बांध शामिल है। इन समस्त बांधों का मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य संपन्न हो चुका है। जनपद मुख्यालय पर एक बाढ़ नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है, जिस का टोल फ्री नंबर 0547-2220707 है। इसके अलावा सिंचाई खंड मऊ एवं बाढ़ खंड आजमगढ़ में एक-एक बाढ़ चौकियां भी स्थापित की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि रिजर्व स्टॉक के रूप में ईसी बैग 53000,नायलान क्रेट 1676, मिर्जापुर स्टोन बॉर्डर 100 घन मीटर, जीआई वायर क्रैट 100,जियो बैग 2000 एवं गैवियान रोप 50 की मात्रा में रिजर्व के रूप में रखे गए हैं।बाढ़ से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु कर्मचारियों की 3 शिफ्टों में ड्यूटी लगा दी गई है, जो 24 घंटे अनवरत क्रियाशील रहेगी।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ से बचाव से संबंधित समस्त विभागों की तैयारियों की विस्तृत जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान पशुपालन विभाग द्वारा निर्धारित कार्यों यथा पशुओं का टीकाकरण, बाढ़ के दौरान भूसा एवं हरे चारे की व्यवस्था आदि की तैयारियों के संबंध में संतोषजनक जवाब ना देने पर जिलाधिकारी ने डिप्टी सीवीओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए।उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को छोटे गैस सिलेंडरों की पर्याप्त मात्रा रिजर्व स्टॉक में रखने को भी कहा। साथ ही केरोसीन का एलॉटमेंट अभी तक नहीं होने पर पत्राचार कर इस संबंध में सारी तैयारियां बाढ़ से पूर्व ही कर लेने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के अधिशासी अधिकारियों को जलमग्न क्षेत्रों में वर्षा के पानी के निकालने के लिए पंपों, विद्युत एवं डीजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पंचायती राज विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्रामों में समय से सैनिटाइजेशन कराने एवं नालियों की सफाई सुनिश्चित करने को कहा। बाढ़ के दौरान जन सामान्य को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को बाढ़ से प्रभावित गांवो में कुल हैंडपंपों की गणना करने एवं खराब हैंडपंप की मरम्मत आदि कार्य को पूर्ण करते हुए कल तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।इस दौरान जिलाधिकारी ने सिंचाई खंड मऊ एवं बाढ़ खंड आजमगढ़ के अधिशासी अभियंताओं को बांधों के मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य के पूर्ण होने का प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही सिंचाई खंड मऊ द्वारा अभी भी कुछ बांधों के मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य पूर्ण ना होने पर कारण सहित लिखित रूप में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए।ज्ञातव्य है की निरीक्षणों के दौरान जिला अधिकारी ने बांधों के मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य को हर हाल में 30 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी ने बाढ़ के दौरान शरणालय एवं बाढ़ चौकियों का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश संबंधित उप जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने बाढ़ के दौरान सिर्फ बड़ी नावों का ही प्रयोग करने को कहा। छोटी नाव का प्रयोग किसी भी हालत में न करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए।दोहरीघाट के निकट गोठा में सड़क की अत्यंत खराब स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी ने इस संबंध में शासन स्तर से पत्राचार करते हुए उसे ठीक कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बाढ़ से संबंधित विद्युत,चिकित्सा, पुलिस,राजस्व एवं लोक निर्माण विभाग को भी उनके लिए निर्धारित कार्यों को बाढ़ से पूर्व ही पूर्ण करने को कहा, जिससे बाढ़ के दौरान किसी भी विषम परिस्थिति से तत्काल निपटा जा सके।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर,नगर मजिस्ट्रेट श्री नीतीश कुमार सिंह सहित फ्लड स्टीयरिंग ग्रुप के समस्त सदस्य उपस्थित रहे।