जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एकलव्य स्टेडियम में बुधवार को योग सप्ताह का समापन समारोह मनाया गया। यह 15 जून से 21 जून तक आयोजित किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि डॉ भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के प्रो. राजशरण शाही थे। प्रो. शाही ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा की ताकत योग है। विदेशी आक्रांताओं ने मूल परंपराओं और विरासत पर हमला करने की कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली क्योंकि हमारी मूल चेतना में अध्यात्म और योग है। योग देश की आत्मा, अनुशासन और साधना है। भारत युवा आबादी का सदुपयोग कर विश्व गुरु बनने की कोशिश करता है जबकि विश्व के अन्य देश महाशक्ति बनने में विश्वास करते हैं, क्योंकि महाशक्ति एक दूसरे को पराजित करती है न कि उत्थान। योग शिविर की अध्यक्षता करतीं हुईं विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि योग हमारे कार्य में कौशल उत्पन्न करता है। यह हमें साधना की ओर ले जाते हुए ईश्वर से जोड़ता है। साथ ही तन और मन को स्वस्थ रखता है, इसका संतुलन ही योग है। उन्होंने कहा कि योग व्यक्ति में आत्मविश्वास पैदा करता है। यह मानव के मार्ग को सुगम बनाता है। उन्होंने कहा कि नवम अमृत योग सप्ताह उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आर्ट आफ लिविंग बेंगलूरू के योग प्रशिक्षक जयसिंह गहलोत ने मंगलाचरण वंदना से योग की शुरुआत की। उन्होंने तितली आसन, शवआसन, सूर्य नमस्कार, नाड़ी शोधन, ताड़ आसन समेत कई आसनों का अभ्यास कराया। कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वी. एन. सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल, सहायक कुलसचिव बबिता सिंह, अजीत सिंह, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. रजनीश भास्कर, डा. प्रमोद यादव, डॉ मनोज मिश्र आदि शामिल थे।
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