तम्बाकू सेवन न करने की ली शपथ

मऊ।राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण इकाई की ओर से शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें संस्थान के 80 प्रशिक्षक व प्रशिक्षुओं को तम्बाकू का सेवन न करने की शपथ दिलाई गयी।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नरेश अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर 15 मई से शुरू होकर 15 जून तक चलने वाले तम्बाकू के खिलाफ अभियान के तहत इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।  इसका प्रमुख उद्देश्य लोगों को यह बताना कि तम्बाकू जानलेवा है। डा. अग्रवाल ने कहा कि विश्व में रोकी जा सकने वाली मौत और बीमारियों का एकमात्र सबसे बड़ा कारण तम्बाकू सेवन है।  सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम- 2003 की धारा 4 के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना दण्डनीय अपराध है। जिसका उल्लंघन करने पर 200 रुपये तक का अर्थदण्ड वसूल किया जाता है।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल डा. आर एन सिंह ने कार्यशाला में उपस्थित प्रशिक्षक तथा प्रशिक्षुओं  को बताया कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। इसलिए जिन्दगी को हाँ कहें और तम्बाकू को ना कहें। इससे हम सभी सुरक्षित रह सकेंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय मऊ में तम्बाकू उन्मूलन केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। जहां एक काउन्सलर/साईकोलॉजिस्ट की उपलब्धता है, जिससे कि तम्बाकू एवं किसी अन्य प्रकार की नशायुक्त चीजों को छोड़ने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति सम्पर्क कर सकते हैं। जिला तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम मऊ के जिला सलाहकार डा. अश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की इस बार की  थीम ‘हमें भोजन की आवश्यक्ता है, तम्बाकू की नहीं’ तय की  है। कार्यशाला में उन्होंने तम्बाकू सेवन के कारण होने वाले हृदय रोग, हार्ट अटैक और लकवा जैसी बीमारियों के जोखिम के बारे में बताया । बताया कि  तम्बाकू हर प्रकार से शरीर के किसी न किसी हिस्से के लिए नुकसान दायक है। सभी का प्रयास है कि जिन्दगी चुनें तम्बाकू नहीं, की मुहिम पर एक स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत का निर्माण करें। कार्यशाला  में शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रिंसिपल डॉ संदीप राय, प्रवक्ता एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।