प्रयागराज। कोरोना संक्रमण का प्रभाव नियंत्रित होने पर उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग लगातार नई भतियां निकाल रहा है। बीते माह कुछ भतियों के परिणाम भी जारी किए गए। इधर, स्थगित परीक्षाओं को आयोजित करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है, लेकिन परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी न होना प्रतियोगियों को खल रहा है। वो इसे नियम की अनदेखी व अभ्यथियों से छलावा बता रहे हैं। इसके मद्देनजर प्रतियोगियों ने उत्तरकुंजी जारी कराने की मांग तेज करने का निणय लिया है। यूपीपीएससी अध्यक्ष संजय श्रीनेत को पत्र भेजकर पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा। इसके साथ उनसे मिलकर उचित कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति उत्तरकुंजी जारी न करने को इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन बता रही है। समिति के अध्यक्ष अवनीश बताते हैं कि लोकसेवा आयोग ने २९ अगस्त २०१४ को असाधारण बैठक बुलाई थी। उसमें हर प्रारंभिक परीक्षा के सभी उत्तर पत्रकों की स्कैनिंग के बाद प्रश्न पत्रवार चार सीरीज की उत्तरकुंजी जारी करके अभ्यथियों से आपत्ति लेकर उसका परीक्षण दो विशेषज्ञों से कराने का निणय हुआ था। इसके बाद अंतिम उत्तरकुंजी जारी होनी थी। लेकिन, पीसीएस २०१८, २०१९ व २०२०, समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी २०१६ व २०१७ सहित पिछले डेढ़ साल में कराई गई परीक्षाओं की उत्तरकुंजी जारी नहीं की गई। कहा कि आयोग अध्यक्ष की ओर से उक्त मामले में शीघ्र उचित जवाब न दिया गया तो प्रतियोगी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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