पारले कंपनी द्वारा ग्राम स्तर पर चलाया जा रहा किसान जागरूकता अभियान

परसेण्डी, बहराइच। पारले कंपनी किसानों को जागरूक करने के लिए ग्राम स्तर पर लगातार गोष्ठी कर रही है। सोमवार को पदमपिछौरा के करीमुल्लापुर ग्राम में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में 124 किसानो ने हिस्सा लिया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पारले कंपनी के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने कहा कि इस समय गन्ने की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए जुताई-गुड़ाई करते रहे। समय पर पानी लगाए और यूरिया, अमीनोज माइक्रोन्यूट्रिंट्स, इमिडाक्लोरोप्रिड कीटनाशक, फफूंदीनाशक का प्रयोग पर्णीय छिड़काव के माध्यम से कम से कम 15 दिन के अंतराल पर तीन बार करे। इससे फसल में कल्लो का विकास अधिक होगा। फसल की बढ़वार काफी अच्छी होगी इसके लिए कंपनी स्प्रे मशीन पर भारी अनुदान भी दे रही है। इसके अलावा अच्छी पैदावार किसानो की हो इसके लिए पारले गोल्ड जैविक खाद 5 बैग लेने पर 5 बैग जैविक खाद निःशुल्क, पारले आर्गेनिक पोटाश 2 बैग लेने पर 2 बैग निःशुल्क, अमीनोज 1 ली लेने पर 1 ली निःशुल्क दे रही है। गन्ना फसल के साथ-साथ अन्य फसलों के लिए इनका प्रयोग जरुरी है। अन्य एग्री इनपुट्स जैसे -कोराजन, इमिडाक्लोरोप्रिड, हेक्सास्टोप, सल्फोजिंक भी कंपनी भारी अनुदान पर किसानो को उपलब्ध करा रही है। जिससे गन्ने की पेड़ी-पौधा फसल में अधिक से अधिक किसान इनका प्रयोग करे। प्रति एकड़ कम से कम 500 कुंतल पैदावार जरूर ले। खेती अब एक व्यापार है इसलिए व्यापार मानकर ही खेती पर विशेष ध्यान दे। जिससे प्रति एकड़ गन्ने से अधिक से अधिक मुनाफा लिया जा सके। इसके साथ साथ वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा दे। इस अवसर पर कंपनी के अन्य अधिकारीगण सूबेदार, अमरेंद्र, सूर्य प्रताप मौजूद रहे।