सीडीओ ने राजकीय औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान, लीलापुर का किया आकस्मिक निरीक्षण

देवरिया।मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा आज अपराह्न 01 बजे राजकीय औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान, लीलापुर, विकास खण्ड-बैतालपुर जनपद देवरिया का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय शोभनाथ, प्रधानाचार्य राजकीय आई०टी०आई०, देवरिया, आशपुज्जय राय कार्यदेशक,  प्रवीन कुमार अनुदेशक वेल्डर, अनुराग चतुर्वेदी अनुदेशक पलम्बर, बालकृष्ण गौड़ अनुदेशक कोपा,  चन्द्रशेखर मिश्रा वरिष्ठ भण्डारी, चन्द्रमोहन लाल श्रीवास्तव, प्रधान सहायक, नूर कौशर, क०सहायक,  दीपक स्वच्छाकार उपस्थित थे।इस दौरान गोरखनाथ त्रिपाठी, कार्यदेशक मौके पर उपस्थित नहीं थे। उपस्थित प्रधान सहायक द्वारा अवगत कराया गया कि श्री त्रिपाठी  10 मई 2023 से पेट मे दर्द एवं लूज मोसन होने के कारण अवकाश पर है अभी तक कार्यालय नहीं आये हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानाचार्य, आई०टी०आई० को निर्देशित किया कि अनुपस्थित कार्यदेशक गोरखनाथ त्रिपाठी का स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए आवश्यक कार्यवाही करें तथा अनुपस्थित तिथि का वेतन आहरित न करें। अशोक कुमार आनन्द अनुदेशक  12 मई से 17 मई तक अवकाश पर थे एवं 18 मई 2023 को वाट्सप के माध्यम से 18  से 27 मई तक का उपार्जित अवकाश का प्रार्थना पत्र प्रस्तत किया गया है, अमित पाण्डेय, अनुदेशक 22 मई से 25 मई तक उपार्जित अवकाश पर है। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बिना स्वीकृत कराये ही अनुदेशकों का बाहर रहना नियम विरूद्ध है तथा जानबूझकर पठन-पाठन के कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने की मानसिकता है। उपस्थित प्रधानाचार्य को उन्होंने निर्देशित किया कि उपरोक्त अनुदेशकों को बिना अवकाश स्वीकृत कराये मुख्यालय से बाहर रहने के कारण इनका उक्त तिथियों का वेतन अवरुद्ध करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, लीलापुर, विकास खण्ड-बैतालपुर में कुल 12 ट्रेड की पढाई करायी जाती है। निरीक्षण में पाया गया है पेन्टर, पलम्बर एवं कोपा के ट्रेड को छोड़कर अन्य ट्रेड के छात्रों के छोड़कर अन्य ट्रेड के बच्चों की उपस्थित कम है जो प्रशिक्षण संस्थान के कार्यरत अनुदेशको की लापरवाही को दर्शाता है। मुख्य विकास अधिकारी ने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि अनुदेशको को निर्देशित करे कि पढाई की गुणवत्ता में सुधार लाते हुए बच्चों की उपस्थित को बढाये तथा लापरवाही करने वाले अनुदेशक के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत कराये।