लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विगत 09 वर्षां में आपने बदलते भारत को देखा है। देश में किसान व श्रमिक शासन के एजेण्डे के हिस्से हो सकते हैं, यह पहली बार महसूस किया गया है। किसान व श्रमिक एक ऐसा तबका है, जो किसी जाति, मत व मजहब का नहीं होता है। वह अपने परिश्रम से समाज की जरूरतों को पूरा करने और देश व दुनिया का पेट भरने का काम करता है। फिर भी वह शासन के एजेण्डे का हिस्सा नहीं बन पाता था, शासन की योजनाओं से लाभान्वित हो सके, यह देखने को नहीं मिलता था। वर्ष २०१४ के बाद एक-एक करके शासन की योजनाओं से प्रत्येक किसान जुड़ रहा है। वर्तमान में प्रदेश का अन्नदाता किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो रहा है।मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन सभागार में पी०एम० किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत समस्त पात्र कृषकों को लाभ दिलाने हेतु वृहद संतृप्तीकरण अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने किसानों को कृषि सुविधाओं का त्वरित लाभ देने के लिए कृषक पंजीकरण पोर्टल का शुभारम्भ एवं ‘दर्शन’ पोर्टल के ‘लोगो’ का अनावरण किया। उन्होंने पी०एम० किसान सम्मान निधि से सम्बन्धित एक कृषक को खाता खोलने एवं एक कृषक को ई०के०वाई०सी० किये जाने का प्रमाण पत्र प्रदान किया।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 90 से 92 प्रतिशत किसान लघु व सीमान्त कृषक है। अन्नदाता किसान द्वारा मेहनत करने के बावजूद, सही समय पर खाद व बीज नहीं मिल पाने के कारण, कृषि उत्पादन में कमी होती थी। प्रधानमंत्री जी ने दिसम्बर, 2018 में जनपद गोरखपुर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा की। फरवरी, 2019 से इस योजना ने विधिवत कार्य करना प्रारम्भ किया। इस निधि के माध्यम से प्रदेश में अब तक लगभग 55,800 करोड़ रुपये की धनराशि किसानों को मिल चुकी है। इस निधि में आर्थिक सहायता के रूप में प्रत्येक चैथे माह में 02 हजार रुपये, वार्षिक 06 हजार रुपये किसान के बैंक खाते में अन्तरित किये जाते हैं। प्रदेश में अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से 02 करोड़ 63 लाख किसान जुड़े हैं।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post