नहरों में छोड़ा गया पानी किसानों के लिए बनी समस्या 150 बीघा खेत जलमग्न

कौशाम्बी।जिले में भीषण गर्मी में मवेशियों व पशु-पक्षियों के पेयजल संकट को देखते हुए नहरों में चार दिन पहले पानी छोड़ा गया,अत्यधिक दवाब के चलते कोरीपुर माइनर डक शरीरा गांव के समीप सोमवार को नहर टूट गई,जिसकी वजह से लगभग 150 बीघा खेत जलमग्न हो गया। हालांकि अभी इससे किसानों को नुकसान नहीं है, लेकिन यह पानी ज्यादा दिनों तक भरा रहा तो इससे धान की नर्सरी प्रभावित होगी।कुछ महीनों में नहरों में जब-जब पानी छोड़ा गया था तो वह कहीं न कहीं दगा जरूर दी थी। रबी की सीजन में किसानों की गेहूं व चना की फसलें नहरों की कटान के कारण डूब गई थी। इससे सैकड़ों किसान प्रभावित हुए थे। अब गर्मी में फिर से नहर में पानी छोड़ा गया तो पानी टेल तक पहुंचता, इससे पहले ही डक शरीरा के समीप नहर टूट गई। गांव के कई किसानों के खेतों में पानी भर गया। किसानों का कहना है कि यदि समय से खेत नहीं सूखे तो उनकी धान की नर्सरी प्रभावित हो सकती है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जगदीश लाल ने बताया कि पानी के दबाव के चलते ऐसा हुआ है। नहर को सही करा दिया जाएगा।