इमरान खान ने याद ‎किया 1971 की तबाही का मंजर, फौज को दी नसीहत

लाहौर। पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने फौज को नसीहत देते हुए 1971 का मंजर याद कराया है। बता दें ‎कि पा‎किस्तान में लाहौर के जमान पार्क स्थित इमरान खान के घर को पंजाब पुलिस ने घेर रखा है। कहा जा रहा है कि वहां कभी भी ऑपरेशन चलाया जा सकता है। पंजाब पुलिस ने आरोप लगाया है कि इमरान खान के घर में 40 आतंकी छिपे हैं और उन्हें नहीं सौंपा गया तो फिर ऐक्शन होगा। इस बीच इमरान खान ने एक वीडियो जारी कर पीडीएम की गठबंधन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इमरान ने इसके अलावा फौज को भी नसीहत दी है कि वह राजनीतिक विवाद से दूर रहे। यही नहीं इमरान खान ने 1971 में हुई ज्यादतियों का भी जिक्र किया और कहा कि उसी तरह देश टूटने और तबाही के रास्ते पर भी जा सकता है। इमरान खान ने कहा ‎कि मुझे खौफ है कि पाकिस्तान उस रास्ते पर जा सकता है, जहां तबाही का रास्ता है। डर है कि यदि हमने आज अक्ल नहीं लगाई तो उसी तरफ पहुंच जाएंगे, जहां हम देश के टुकड़ों को संभाल नहीं सकेंगे। पिछले एक साल से पूरा जोर लगा हुआ है कि इमरान खान को नहीं आने देना है। चाहे संविधान खत्म हो जाए, चुनाव ना हों और चाहे सुप्रीम कोर्ट को ही जलील करना पड़ा। इमरान खान ने कहा कि इन लोगों की पूरी कोशिश है कि 30 सालों से जो दौलत इन्होंने जुटाई है, उसे बचाना है। इसके लिए ये लोग देश की सबसे बड़ी जमात और सेना को आमने-सामने खड़ा कर रहे हैं। इसे ये कामयाबी बता रहे हैं और इन्हें इसका अनुभव है।पूर्व पाक पीएम इमरान खान ने सेना को संदेश देते हुए कहा कि मैं तो कई बार कह चुका हूं कि मैं संस्थानों के खिलाफ नहीं हूं और उनका सम्मान करता हूं। ये लोग फौज को जाकर कहते हैं कि यदि वह आ गया तो फिर आपको हटा देगा। इमरान खान ने कहा कि मैंने तो हमेशा पाकिस्तान की सेना को दुनिया भऱ में डिफेंड किया था। कोई दूसरा ऐसा पाकिस्तानी नहीं मिलेगा। इमरान खान ने कहा कि मैंने ऐसा इसलिए नहीं किया क्योंकि फौज मुझे कुछ दे देगी। इमरान खान ने कहा कि मैं आजाद आदमी हूं और संस्थानों का सम्मान करता हूं, इसलिए ऐसा किया है। जब‎कि दुनिया हमारी फौज को कमजोर देखना चाहती है और यह उनकी साजिश है।