मुक्त विश्वविद्यालय ने बारी गांव में लगाया योग एवं मतदाता जागरूकता शिविर

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के शिक्षा विद्या शाखा,स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा एवं महिला अध्ययन केंद्र के सहयोग से गुरुवार को योग जागरूकता शिविर एवं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा विद्या शाखा द्वारा गोद लिए गए बारी गांव में आयोजित किया गया। महिला अध्ययन केंद्र ने हस्तशिल्प सामग्री खरीद कर ग्रामीण महिलाओं का उत्साहवर्धन किया।उच्च प्राथमिक विद्यालय, बारी सोरांव में शिक्षा विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर पी के स्टालिन  ने गांव वालों का स्वागत करते हुए बताया कि भारत के लोकतंत्र के बहुमुखी विकास में जनता की सहभागिता और मजबूत राजनैतिक तंत्र की बुनियाद में मतदान की भूमिका सबसे अहम होती है। अतः हमें अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करना चाहिए तथा देश के उन्नति एवं विकास में सहयोग देना चाहिए। महिला अध्ययन केंद्र की समन्वयक प्रोफेसर रुचि बाजपेई ने कहा कि भारत एक लोकतंत्रात्मक गणराज्य है, जहां जनता का शासन चलता है। जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर एक ऐसे व्यक्ति को चुनती है, जो देश को विकास के पथ पर अग्रसर करवाने के लिए योग्य हो और देश की बागडोर को कुशलतापूर्वक संभाल सके। महिला अध्ययन केंद्र की सहायक समन्वयक डॉ साधना श्रीवास्तव ने कहा कि हर एक व्यक्ति का  वोट बेहद कीमती होता है क्योंकि एक वोट भी किसी सरकार को गिराने और उसे बनाने का दमखम रखता है।स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर गिरिजा शंकर शुक्ल ने कहा कि मतदान लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में ऐसी कई प्रकार की चीजें हैं जो मतदान से तय की जाती हैं। मतदान का प्रयोग कर हम अपना प्रतिनिधि चुनते हैं जो हमारे लिए तथा देश के विकास के लिए कर्तव्यनिष्ठ होकर कार्य कर सके।उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य ने  कहा कि मतदान करना हमारा अधिकार है और हम सबको अपने अधिकारों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित सभी बच्चे अपने परिवार वालों को मतदान करने हेतु प्रेरित करेंगे। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा विद्या शाखा के प्रोफेसर छत्रसाल सिंह ने किया। बारी में ग्रामीण महिलाओं से उनके द्वारा निर्मित हस्तशिल्प सामग्री पंखे, पांव दान आदि महिला अध्ययन केन्द्र हेतु दस्तकारी के नमूने के रूप में क्रय किए गए। इस अवसर पर महिला अध्ययन केन्द्र की समन्वयक प्रो. रुचि बाजपेई, सहायक समन्वयक डाॅ. साधना श्रीवास्तव, डाॅ. नीता मिश्रा, सुषमा सिंह एवं कौमुदी शुक्ला ने ग्रामीण महिलाओं की रचनात्मकता की  प्रशंसा की। अंगीकृत गांव बारी में विश्वविद्यालय की तरफ से योग जागरूकता शिविर में प्रोफेसर जी एस शुक्ल, अनुराग शुक्ला  एवं निकेत सिंह ने योग एवं विभिन्न आसनों से संबंधित लाभ के बारे में बताया। इसके साथ ही शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास में योगदान का वर्णन किया। उक्त कार्यक्रम में सह आचार्य डॉक्टर दिनेश सिंह, डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ नीता मिश्रा, डॉ संजय सिंह, डॉ रविंद्र कुमार सिंह, श्रीमती सुषमा सिंह, श्रीमती कौमुदी शुक्ला, डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, डॉ बाल गोविंद सिंह, डॉ सुरेंद्र सिंह, निकेत सिंह, अनुराग शुक्ल, हृदय नारायण द्विवेदी, हरि नारायण मिश्र, सूर्य नारायण पाण्डेय आदि उपस्थित थे।