बाँदा। माँ की डांट से नाराज किशोरी ने घर के पीछे लगे पेड़ पर दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। काफी देर बाद मौके पर पहुंची मां ने शव फंदे पर लटकते हुए देखा तो चीख पड़ी। आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन फंदा काटकर शव को नीचे उतार लिया। एक अन्य घटना में बुजुर्ग ने कमरे के अंदर छत के छल्ले पर गमछे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने दोनो शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। तिंदवारी थाना क्षेत्र के बेंदा गाँव के मजरा मुड़ियादेव निवासी अभिलाषा (15) पुत्री शिवकरन हाईस्कूल में पढ़ती थी। सोमवार की शाम उसने घर के पीछे लगे नीम के पेड़ पर दुपट्टे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। काफी देर बाद जब वह घर वापस नहीं लौटी तो माँ कुसमा उसकी खोजबीन के लिए बाहर निकली।देखा तो उसका शव पेड़ पर फंदे से लटक रहा था। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आनन-फानन शव को फंदे से नीचे उतार लिया। तब तक वह दम तोड़ चुकी थी।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। मृतका के परिजनों ने बताया कि अभिलाषा ने पुराने कपड़े सिलवाने के लिए माँ के 50 रुपए चुरा लिए थे। इस पर माँ ने उसे देख लिया और डांट दिया। इसी से नाराज होकर अभिलाषा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।इसी तरह तिंदवारी थाने के ही छापर गांव के क्योटरा डेरा निवासी कमलेश (60) पुत्र मोतीलाल निषाद ने सोमवार की शाम कमरे के अंदर छत के छल्ले पर गमछे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। काफी देर बाद मौके पर पहुंचे पुत्र सीताराम ने देखा तो उसका शव फंदे पर लटक रहा था। आनन-फानन शव को फंदे से नीचे उतार लिया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। पुत्र सीताराम ने बताया कि उसका पिता मजदूरी करता था।घर में किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ। फांसी लगाने का कारण अज्ञात है। मृतक के चार पुत्र और तीन पुत्रियां हैं।वहीं थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
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