सिडनी। कोरोना के कारण लगे प्रतिबंधों का असर उच्च शिक्षा पर भी पड़ा था, जिससे कुछ सालों के लिए विदेश से पढ़ाई करने का सिलसिला थम सा गया था। लेकिन प्रतिबंध हटने के बाद दुबारा से छात्र अपने पसंदीदा विदेशी कॉलेजों में पढ़ाई करने के लिए जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया भी उच्च शिक्षा के लिए पसंदीदा जगहों में से एक है। जहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा विदेशी छात्रों की संख्या में भारतीय दूसरे नंबर पर आते हैं। मीडिया रिपोर्ट ने ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्रालय के हवाले से बताया है कि, जिन आवेदनों में फ्रॉड पाया जाता है, उन्हें ‘नॉन ग्रांट’ कैटिगरी में डाल दिया जाता है। जिससे वे 10 साल तक दुबारा आवेदन करने के लिए पात्र नहीं होते हैं। इसके अलावा फ्रॉड की बढ़ती गतिविधियों के कारण कई विश्वविद्यालयों ने भारतीय छात्रों के आवेदन में अतिरिक्त सावधानी बरतना शुरू कर दिया है। कड़ी स्क्रूटनी के बाद ही अब विदेशी छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने के लिए वीजा दिया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में तकरीबन 89,700 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं चीनी छात्रों का आंकड़ा 1.25 लाख है। भारतीय छात्रों की संख्या में 27 फीसदी की बढ़त देखी गई है। लेकिन नए प्रतिबंधों के कारण इसमें आने वाले सत्रों में कमी देखी जा सकती है।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post