
फतेहपुर। शहर के शान्तीनगर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर के कायाकल्प एवं सौंदर्यीकरण का कार्य जन सहयोग लेकर कराया जाये। तालाब के चारों ओर पाथवे व बैठने के लिए बेंच लगाकर बच्चों के लिए झूले आदि भी लगवाएं जायें। कार्य में किसी भी तरह की हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जायेगी।यह बात मंगलवार को श्री बांके बिहारी मंदिर के कायाकल्प एवं सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण करने पहुंची जिलाधिकारी श्रुति ने कही। उन्होने अधीनस्थों संग मंदिर का निरीक्षण किया। तालाब के हो रहे जीर्णाेद्धार/सौन्दर्यीकरण के कार्य को देखा। उन्होंने कहा कि कार्य को जल्द पूरा कराया जाये। गुणवत्ता में कमी नहीं आनी चाहिए। जन सहयोग भी लिया जाये। तालाब के चारों ओर टहलने के लिए पाथवे व बैठने के लिए बेंच, बच्चों के खेलने के लिए झूले, ग्रीन ग्रास, चारों ओर पौधे आदि से सुसज्जित किया जाये। उन्होने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि अपनी विरासत/संस्कृति को संजोय रखने मं भूमिका निभायें। प्राचीन धरोहरों को संजोए रखने के उद्देश्य से ही मंदिरों के तालाबों का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है। जिससे आम नागरिक मंदिर में पूजा अर्चना करने बाद में आराम से पार्क में टहल सके। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर अवधेश कुमार निगम, जिला सूचना अधिकारी, जेई नगर पालिका परिषद सदर, लेखपाल सहित संबंधित उपस्थित रहे।