एनटीपीसी सिंगरौली में वनिता समाज के वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन

सोनभद्र। एनटीपीसी सिंगरौली शक्तिनगर में वनिता समाज के वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन कर्मचारी विकास केंद्र में किया किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि, राजीव अकोटकर, परियोजन प्रमुख, पीयूषा अकोटकर, अध्यक्षा, वनिता समाज एवं सभी गणमान्य अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्ज्वलन, गणेश वंदना एवं स्वागत गीत से किया गया। अपने स्वागत सम्बोधन में श्रीमती अकोटकर, अध्यक्षा, वनिता समाज ने सभी उपस्थित जनों को कार्यक्रम में पधारने के लिए आभार प्रकट किया गया। उन्होने सभी वनिता समाज की सदस्याओं को इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर के प्रतिभागिता करने के लिए बधाई दी।इस कार्यक्रम में वनिता समाज की सदस्याओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया एवं सभी उपस्थित द्वारा प्रतिभागिताओं का हौसला बढ़ाया गया। तदुपरान्त बॉलीवुड नृत्य, कविता पाठन, गेम्स, क़व्वाली, राजस्थानी नृत्य, रेट्रो नृत्य आदि की रंगारंग प्रस्तुति से प्रतिभागिताओं द्वारा सभी का का मन मोह लिया गया। इस अवसर पर मीनाक्षी मिश्रा, सचिव, वनिता समाज द्वारा वनिता समाज की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजीव अकोटकर, परियोजना प्रमुख ने वनिता समाज द्वारा प्रस्तुति कौशल को सराहा एवं एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा निरंतर सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया एवं वनिता समाज को इसी प्रकार से समाज कल्याण हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर सतीश कुमार गुजरानिया, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण), भानुमती गुजरानिया, उपाध्यक्षा, वनिता समाज,एलके बेहरा, महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट), अशोक कुमार सिंह, महाप्रबंधक (प्रचालन), रंजू कुमारी सिंह, वरिष्ठ सदस्या, वनिता समाज, अमरीक सिंह भोगल, महाप्रबंधक (अनुरक्षण), नील कमल भोगल, कल्याण प्रभारी, जोसफ बास्टियन, महाप्रबंधक (ऐश डाइक प्रबंधन), देबव्रत कर, महाप्रबंधक (टीएस), सौम्या कर, वरिष्ठ सदस्या, वनिता समाज, सिद्धार्थ मण्डल, मानव संसाधन प्रमुख, वनिता समाज की वरिष्ठ सदस्याएं, एनटीपीसी सिंगरौली के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी मिश्रा, सचिव, वनिता समाज, नीतू चंद्रा, सांस्कृतिक सचिव, अनीता स्वर्णकार, खेल सचिव द्वारा किया गया। आरती बेहरा, बाल भवन प्राभरी द्वारा सभी उपस्थित जनों के प्रति आभार ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।